हम त्योहारों में खुशियां बांटें, वायरस नहीं!

नई दिल्ली। (एजेंसी)।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने गुरुवार को दैनिक प्रेस वार्ता में कहा कि कोरोना वायरस महामारी की चुनौती अब काफी हद तक खत्म हो चुकी है. हालांकि दूसरी लहर को काबू में करने के लिए हमें लगातार प्रयास करना होगा. हमें अभी यह नहीं समझना चाहिए कि महामारी का दौर खत्म हो गया है. अभी भी कई सारी चुनौतियां हैं, जिन पर ध्यान देने की जरूरत है. कोरोना संबंधी व्यवहार को हमें अपने जीवन में बनाए रखना चाहिए.
उन्होंने कहा, आने वाले तीन महीने देश के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं. इन तीन महीनों के दौरान त्योहारों को लेकर खास सतर्क रहने की जरूरत है. हमें त्योहारों को मनाने के लिए वर्चुअल/आॅनलाइन पर फोकस करना चाहिए. नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पाल ने कहा कि हमें कोशिश करनी चाहिए कि हम त्योहारों में खुशियां बांटें, वायरस नहीं.
उन्होंने कहा कि देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 22 हजार के करीब मामले सामने आए हैं. अभी भी एवरेज 20 हजार नए कोरोना मामले सामने आ रहे हैं.
लव अग्रवाल ने कहा कि पिछले वीक रिपोर्ट हुए कोरोना के कुल मामलों का 56% मामले केरल से आए हैं. देश में अभी भी 2 लाख 44 हजार सक्रिय मामले हैं, जबकि केरल में अकेले 1 लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं. देश में 4 राज्यों में 10 हजार से 50 हजार एक्टिव केस हैं. वहीं 31 राज्यों में 10 हजार से कम एक्टिव केस हैं. अगर पॉजिटिविटी रेट की बात की जाए तो 5 राज्यों (मिजोरम, केरल, सिक्किम, मणिपुर, मेघालय) में वीकली पॉजिटिविटी रेट 5 फीसदी से ज्यादा है, जबकि 28 जिले में वीकली पॉजिटिबिटी 5 से 10% के बीच है और 34 जिलों में वीकली पॉजिटिविटी 10% से ज्यादा है.

नीदरलैंड और यूके जैसे देशों में लापरवाही पड़ी भारी
लव अग्रवाल ने कहा कि नीदरलैंड और यूके जैसे देशों में कोरोना नियमों का पालन न करने की वजह से वहां पर एक बार फिर से संक्रमितों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है.

लापरवाही के कारण संक्रमण के मामले बढ़े : डॉ. पाल
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पाल ने कहा कि अमेरिका, यूके जैसे देशों में लापरवाही के कारण संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. हमारे लिए ये चेतावनी जैसा है. देश के पांच राज्यों झारखंड, पश्चिम बंगाल, मेघालय, मणिपुर और नगालैंड में वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने की जरूरत है.

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