-8 दिन में बाकी दोषियों की गिरफ्तारी का एडीजी का ऐलान
-हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज करेंगे पूरे मामले की जांच
-लखीमपुर खीरी में धारा 144 लागू, विपक्ष के नेताओं को जाने से रोका
लखनऊ। (एजेंसी)।
लखीमपुर हिंसा को लेकर किसानों की मांग प्रशासन ने मांग ली है. सरकार ने ऐलान किया है कि लखीमपुर मामले में किसानों और अधिकारियों के बीच वार्ता के बाद समझौता हो गया है. सरकार ने घोषणा करते हुए कहा कि मृतकों के परिजनों को 45-45 लाख रुपये दिए जाएंगे. घायलों को 10 लाख दिए जाएंगे. इसके अलावा मृतक आश्रितों को नौकरी दी जाएगी. एडीजी प्रशांत कुमार ने 8 दिन के अन्दर दोषियों की गिरफ्तारी का भरोसा दिया है. इस बीच, लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या 9 हो गई है।
मंत्री अजय मिश्र के बेटे पर हत्या का केस
लखीमपुर में हुई हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र समेत 14 लोगों पर हत्या, आपराधिक साजिश और बलवे का केस दर्ज हुआ है। यह केस बहराइच के नानपारा के रहने वाले जगजीत सिंह की तहरीर पर तिकुनिया थाने में लिखा गया है। इधर, मंत्री अजय मिश्र के ड्राइवर की तहरीर पर तिकुनिया थाने में ही अज्ञात किसानों पर हत्या, जानलेवा हमला, बलवा और मारपीट की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
एडीजी प्रशांत कुमार ने मीडिया से बातचीत में बताया कि, नई कमेटी का गठन किया जाएगा, जो रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में मामले की जांच करेगी. एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया, जांच जारी है. किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.
एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि सीआरपीसी की धारा 144 लागू होने के कारण राजनीतिक दलों के नेताओं को जिÞले का दौरा नहीं करने दिया गया है। हालांकि, किसान संघों के सदस्यों को यहां आने की अनुमति है.
हिंसा के विरोध में यूपी में बवाल, लखीमपुर पहुंचे विपक्ष के कई नेता
यूपी के लखीमपुर में किसानों और मंत्री के बेटे के बीच टकराव के बाद हुई हिंसक घटना में 8 लोगों की मौत से प्रदेश भर में सोमवार को भारी बवाल हुआ. कृषि कानूनों और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बयान का विरोध कर रहे किसानों और मंत्री के बेटे के बीच रविवार को हिंसक टकराव हुआ था.
प्रियंका गांधी हिरासत में
इस बीच कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी लखीमपुर पहुंची, जहां पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. राकेश टिकैत सुबह 5:30 बजे तिकुनिया पहुंचे थे। उन्होंने किसानों के शवों के अंतिम दर्शन किए। इसके बाद अपनी 5 मांगे गिनाईं। इसके बाद 7:15 बजे प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर राकेश टिकैत से बात की, लेकिन राकेश टिकैत अपनी मांगों पर अड़े रहे।
टिकैत की 5 मांगें
राकेश टिकैत की 5 बड़ी मांगों में हिंसा की न्यायिक जांच, मृतकों के परिवार को एक करोड़ का मुआवजा,
मृतकों के परिवार के एक सदस्य को नौकरी, सांसद के बेटे समेत 14 आरोपियों की गिरफ्तारी और अजय मिश्र की मंत्री पद से बर्खास्तगी शामिल थीं.
पंजाब के सीएम को लखीमपुर जाने की इजाजत नहीं
उत्तर प्रदेश सरकार ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को लखीमपुर खीरी में अपने हेलीकॉप्टर को उतारने की अनुमति देने से इनकार कर दिया.
रिटायर्ड नहीं, मौजूदा जज से कराएं जांच- कांग्रेस
कांग्रेस पार्टी के महासचिव के.सी वेणुगोपाल ने लखीमपुर मामले में रिटायर्ड जज द्वारा न्यायिक जांच का विरोध किया है. उन्होंने कहा है कि इस मामले में एक मौजूदा जज से जांच कराई जानी चाहिए.
ये आम घटना नहीं, हत्या है- भूपेश बघेल
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय मंत्री को हटाए जाने की मांग करते हुए कहा, ये कोई आम घटना नहीं है, बल्कि हत्या है.
गृह राज्य मंत्री के लड़के ने
पब्लिक पर गाड़ी चढ़ाई- टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैट ने टीवी9 के ‘सत्ता सम्मेलन’ कार्यक्रम में कहा, लखीमपुर में कल भी किसान विरोध कर रहे थे, मंत्री का. जब किसान वापस जाने लगे तो गृह राज्य मंत्री के लड़के ने पब्लिक पर गाड़ी चढ़ाई. जब उसे पकड़ने की कोशिश की गई तो उसने गोली चला दी. इसके बाद पुलिस ने उसे बचाकर भगा दिया गांव के रास्ते से. ये दुखद घटना है कि 8 लोगों को मौत हुई है.
प्रियंका हिरासत में, गेस्ट
हाउस में लगाई झाड़ू
लखनऊ।
लखीमपुर खीरी जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को सीतापुर में हाउस अरेस्ट कर लिया है। उन्हें यहां पुलिस लाइन गेस्ट हाउस में रखा गया है।
इस बीच प्रियंका गांधी वाड्रा का कमरे में झाड़ू लगाते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। सूत्रों के मुताबिक, वीडियो उस कमरे का है जहां प्रियंका को सोमवार सुबह से सीतापुर पीएसी मुख्यालय में रखा गया है। कमरा गंदा था और प्रियंका ने झाड़ू मांगी और उसे खुद साफ किया। इस पर प्रियंका गांधी ने कहा कि उन्हें अपना कमरा साफ रखना अच्छा लगता है, इसलिए उन्होंने वहां झाड़ू लगाई।
प्रियंका गांधी ने योगी सरकार और पुलिस के रवैये गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि वह तो गिरफ्तार हो गईं, लेकिन मंत्री ने अब तक इस्तीफा नहीं दिया और न ही उनका बेटा गिरफ्तार हुआ। प्रियंका ने पुलिसकर्मियों पर बदसलूकी का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें और उनके साथियों को धक्का मारकर जबरन जीप में बिठाया गया। प्रियंका ने कहा कि पुलिस के पास गिरफ्तारी का वारंट भी नहीं था।
एक टीवी न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान प्रियंका गांधी ने कहा, ‘मैं तो गिरफ्तार हो गई, लेकिन मंत्री ने अब तक इस्तीफा नहीं दिया, उनके बेटे को गिरफ्तार नहीं किया गया। मेरे वहां जाने से समस्या है, मैं क्या करने वाली हूं वहां?’ प्रियंका ने आगे कहा, ‘जैसे ही मुझे यहां से रिलीज किया जाएगा, मैं लखीमपुर खीरी जाऊंगी। मेरा लक्ष्य पीड़ित परिवारों से मुलाकात करना और उन्हें अपनी सांत्वना देना है।’