कोंढाली/काटोल।
काटोल तहसील के तहत आने वाले तिनों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लैब टेक्नीशियन के रिक्त पदों के साथ साथ कोंढाली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के तहत आने वाले स्वास्थ्य केंद्र तथा उप केन्द्रों के लिये डॉक्टर सहीत 10 पदों की रिक्तता की वजह से स्वास्थ्य विभाग खुद बीमार होने की कगार पर है। तहसील के तीनों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में लैब टेक्नीशियन के पद स्वीकृत हैं। लेकिन इनमें से तिनों पद रिक्त हैं। इसके चलते कोंढाली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रति शुक्रवार सैकडो महिलाओं के स्वास्थ्य के लिये रक्त जांच आवश्यक होती है। पर यहां के लैब टेक्नीशियन के तबादले के बाद रिक्त पद के चलते, आवश्यक जांच में बाधा निर्माण हो रही है। कोरोना, म्युकरमायकोसिस के बाद डेंग्यू तथा मलेरीया ग्रामीण आंचल में अपने पैर पसार रहा है। इन सब के जांच के लिए दिये खून की जांच कराना आवश्यक होने के बावजूद कोंढाली सहित काटोल तहसील के कचारीसावंगा तथा येनवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के भी लैब टेक्नीशियनों के पद रिक्त है। ऐसे में बीमार व्यक्ति की लैब के जांच रिपोर्ट के बिना ही लोगों को दवाइयां देना पड रहा है। मरीज को कोई समस्या है उसका पता लगाने के लिए लैब में जांच करवाई जाती है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही चिकित्सक द्वारा दवाई देकर उसका इलाज किया जाता है। लेकिन चिकित्सक लैब टेक्नीशियन के रिक्त पद होने के कारण स्वयं स्वास्थ्य कर्मचारियों से औपचारिकता पूरी करवाने तक सीमित रह जाता है। मानव विकास योजना के तहत महिलाओं तथा बालकों के स्वास्थ्य परिक्षण करने के लिये लैब टेक्नीशियन का रिपोर्ट आवश्यक होता है। कोंढाली पी एच सी के साथ ही कचारीसावंगा तथा येनवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लैब टेक्नीशियन (प्रयोग शाला विज्ञान अधिकारी) कर्मियों के रिक्त पदों की पुर्ती के लिये कोंढाली ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों तथा स्वास्थ्य कल्याण समीती द्वारा मांग की गयी है।
स्वास्थ्य अधिकारी का पद रिक्त-
काटोल तहसील के कोंढाली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के तहत आने वाले मुर्ती स्वास्थ्य के स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर जयश्री वालके का स्थानांतरन के बाद से यहां के नियमीत स्वास्थ्य अधिकारी का पद रिक्त हैं।मुर्ती स्वास्थ्य केंद्र के तहत आदिवासी बाहूल गांव के नागरिकों के स्वास्थ्य परिक्षण की जिम्मेदारी है। यहां के नागरिकों के स्वास्थ्य परिक्षण के लिये 25 किमि दुरी के मासोद स्वास्थ्य केंद्र से डॉक्टर दो दिन बाद आते है। ऐसे में आदिवासी बाहूल मासोद स्वास्थ्य केंद्र के नागरिकों के स्वास्थ्य परिक्षण पर परिनाम होता है। कोंढाली प्राथमिक स्वास्थ्य के स्वास्थ्य सेवा समीती के सदस्य तथा मासोद ग्रा प के पुर्व सरपंच प्रकाश बारंगे तथा मासोद के सरपंच नागोराव परतेती तथा राजेंद्र खामकर द्वारा नागपुर जिला परिषद के अध्यक्ष रश्मी बर्वे, सी ई ओ योगेश कुंभेजकर, जिला परिषद स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर दिपक सेलोकर से मासोद के डॉ को अन्य मुर्ती तथा कोंढाली के स्वास्थ्य केंद्र पर बुलाये जाने से स्थानिय किसानों, नागरिकों, छात्रों तथा महिलाओं के स्वास्थ्य परिक्षण पर असर पडने की जानकारी दी। साथ ही मुर्ती स्वास्थ्य केंद्र के लिये नये स्वास्थ्य अधिकारी के नियुक्ति की मांग भी की गयी है।
कोंढाली स्वास्थ्य केंद्र के 10 रिक्त पद भरने की मांग-
यहाँ के स्वास्थ्य केंद्र के तहत मंजूर पदों में से 10 रिक्त पदों की कमी के चलते कोंढाली स्वास्थ्य केंद्र के तहत 43 गांव के नागरिकों के स्वास्थ्य की जांच के लिये स्वास्थ जांच पर असर पड रहा है। यह जानकारी कोंढाली के सरपंच केशवराव धुर्वे, उप सरपंच स्वप्निलसिंह व्यास, ग्राम पंचायत सदस्य संजय राऊत, कमलेश गुप्ता, तथा आकाश गजबे, नितीन ठवले, एवं प्रशांत खंते ने बताया कि, यहां के स्वास्थ्य केंद्र के मुख्यालय आरोग्य सेविका (01), आरोग्य सेवक (01), प्रयोगशाला तकनिकी कर्मचारी (01), मुख्यालय परिचर (02) तथा मासोद, पांजरा, मुर्ती गरमसुर, एक एक आरोग्य सेवक तथा मुर्ती के स्वास्थ्य केंद्र के लिये नये स्वास्थ्य अधिकारी ऐसे कुल दस रिक्त पदों को भरे जाने की मांग की गयी है।