दिग्रस।
शहर के करीब 6 गणेश मंडलों के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं पर हाल ही में दिग्रस शहर पुलिस ने धारा 180 और 135 के तहत मामले दर्ज किए थे। जिलेभर में जिलाधिकारी कार्यालय सहित जिला पुलिस प्रशासन की ओर से जमावबंदी के साथ ही गणेश उत्सव के दौरान ढोलताशा के साथ जुलूस निकालने पर पाबंदी लगाई गई थी। पुलीस सूत्रों के मुताबिक शहर में उपरोक्त धाराओं का उल्लंघन कुछ गणेश मंडलों द्वारा किए जाने के आरोप में 6 गणेश मंडलों के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं पर मामले दर्ज किए। इस संदर्भ में हाल ही में दिग्रस शहर के विभिन्न राजनीतिक दलों के पदाधिकारी, शांतता समिति सदस्य तथा गणेश मंडलों के पदाधिकारियों ने इकट्ठा आकर तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री तथा पुलिस प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए उपरोक्त मामलें वापस लिए जाने की मांग की है। इस संदर्भ में दिग्रस पुलिस स्टेशन के उप निरीक्षक विशाल बोरकर तथा तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को गुरुवार 23 सितंबर को ज्ञापन सौपा गया। ज्ञापन में याद दिलाया गया कि बीते दिनों पश्चिम महाराष्ट्र में बैलगाड़ियों की दौड के दौरान भी इसी तरह के मामले दर्ज किए गए थे। हालांकि बाद में वह मामले वापस लिए गए। इसी तर्ज पर शहर के गणेश भक्तों पर लगाए गए मामले भी वापस लेने की मांग उपरोक्त विज्ञापन में की गई है। ज्ञापन सौंपते समय रवींद्र अरगडे, अजिंक्य मात्रे, विनायक दुधे, राहुल देशपांडे, सुधीर भोसले, नूर मोहंमद खान, रमाकांत काले, संजीव चोपडे, ऍड. विवेक बनगीनवार, शिल्पा खंडारे, अरविंद मिश्रा, ओम वऱ्हाडे,विजय सरदार, श्याम पाटील, गणेश काललकर, असिफ बंगाली, गणेश चव्हाण, संदीप झोडगे,गणेश भातुकले, संजय घरत, प्रज्योत अरगडे, प्रशांत गौरकर, किशोर साबू आदी उपस्थित थे।