नागपुर। (नामेस)।
नागपुर रेलवे स्टेशन पर संदिग्ध रूप से घूम रही 16 वर्षीय एक नाबालिग को रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) द्वारा गलत हाथों में जाने से बचा लिया गया.
स्टेशन के मेन गेट पर ड्यूटी कर रहे आरपीएफ जवान दिलीप पाटिल ने एक नाबालिग लड़की कल्पना (बदला हुआ नाम) को घूमते हुए देखा. पूछताछ करने पर वह संतोषजनक जवाब नहीं दे सकी. चाइल्ड लाइन प्रतिनिधि की मदद से कल्पना को विश्वास में लेकर पूछताछ की गई. उसने अपनी उम्र 16 वर्ष बताई। वह वर्धा की रहने वाली है. उसके माता-पिता से बात करने पर जानकारी मिली कि वह दोपहर से ही घर से गायब है.
इसके बाद कल्पना ने बताया कि वह जहांगीरपुरी, दिल्ली से आए चांद और सादिक नाम के अपने 2 दोस्तों से मिलने नागपुर आई है. दोनों युवकों की उम्र 21 वर्ष के आसपास बताई गई. हालांकि उसे दोस्त नहीं मिले. इसके बाद कल्पना के माता-पिता को नागपुर बुलाकर उचित कागजी कार्यवाही के बाद उन्हें सौंप दिया गया. यह कार्यवाही वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त आशुतोष पांडेय के मार्गदर्शन में आरपीएफ एएसआई और दिलीप पाटिल द्वारा पूरी की गई.
अपहरण का मामला
उधर, कल्पना की शिकायत पर चांद और सादिक के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर दिया. पता चला कि माता-पिता ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने कल्पना को वर्धा से नागपुर लाया था और यहां से दिल्ली ले जाने की तैयारी थी. मिली जानकारी के अनुसार, मामला दर्ज होते ही पुलिस ने चांद और सादिक को गिरफ्तार कर लिया. जांच जारी है.