दिग्रस।
हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल दिग्रस शहर में लोग मिल-जुलकर एक दूसरे के त्योहारों में बढ़चढ़कर हिस्सा लेते है। जिस वजह से लोकतंत्र और सामाजिक सद्भावना को बल तो मिलता ही है, साथ ही बंदोबस्त की ड्यूटी पर तैनात पुलीस का मानसिक तनाव भी काफी हद तक कम हो जाता है। इस आशय का प्रतिपादन दिग्रस पुलीस थाने के पुलीस निरीक्षक सोनाजी आमले ने रविवार को किया। स्थानीय श्री गणपती मंदिर में रविवार,19 सितंबर को रात करीब 8:30 बजे आयोजित कार्यक्रम में वह बोल रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि वह अपने आप को भाग्यशाली समझते हैं। जो उन्हें इस मंदिर में तीसरी बार पूजा करने का मौका मिला है। इस मौके पर वरिष्ठ शिवसैनिक पूनम पटेल, पूर्व नगराध्यक्ष व भाजप के शहराध्यक्ष रविंद्र अरगडे, पूर्व उप नगराध्यक्ष जावेद पटेल, अरविंद मिश्रा आदि मान्यवरों ने अपने विचार प्रकट कर शहर के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए सामाजिक सरोकार की अहमियत को याद दिलाया। कार्यक्रम का सूत्रसंचालन मजहर अहेमद खान ने किया। वहीं थानेदार सोनाजी आमले ने कार्यक्रम के आरंभ में अपने विचारों को विस्तार दिया। इस मौके पर श्री गणेश मंदिर के मुख्य पुजारी विजू शर्मा महाराज, संचालक मंडल के वरिष्ठ सभासद शांतीलाल भट्टड व गोपाल शाह के हाथों थानेदार सोनाजी आमले, राज्य गुप्तचर विभाग के सहायक पुलीस निरीक्षक राकेश जाधव, नीलकंठ चव्हाण, स्थानिय अपराध शाखा के चेतन चव्हाण व सचिन राऊत को शाल श्रीफल देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर पूर्व सैनिक प्रकाश अण्णा नालमवार , राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी के जिला महासचिव भारत पाटील महिंद्रे, संजीव चोपडे, श्री बालाजी बैंक के उपाध्यक्ष यशवंत सुर्वे-पाटील, गंगाराम वासकर, वामन चिद्दरवार, डॉ विवेक भास्करवार, नेत्र तज्ञ डॉ चंद्रशेखर भोंगडे, बाबा बोकडे, साहिल जयस्वाल, रामदास पद्मावार, सुरेंद्र मिश्रा, हनुमान रामावत, ऋषिकेश हिरास, आकाश काशीकर, श्री गणेश मंदिर के सभासद, गणेशोत्सव मंडल के पदाधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता भक्तगण सहित अन्य मान्यवर बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
शांतिपूर्ण तरीके से हुआ गणेश विसर्जन-
शहर में यूँ तो रविवार की सुबह से ही घरों में स्थापित गणेश जी की छोटी मूर्तियों के विसर्जन का सिलसिला शुरू हो चुका था। ऐसे में दोपहर में बड़े गणेश पंडालों की मूर्तियों का विसर्जन सत्र शुरू हुआ। शहर के लगभग सभी गणेश मंडलों ने कोरोना दिशनिर्देशों के तहत बेहद सादे तरीके से अत्यल्प लोगों की उपस्थिति में जुलूस निकालकर बप्पा को विदाई दी। गणेश विसर्जन के बाद शहर की पुरानी परंपरा के अनुसार इस साल भी श्री गणेश मंदिर में अधिकारीयों के हाथों विधिवत आरती और पूजा संपन्न हुई।
कन्हान नदी में डूबे 5 युवाओं को दी श्रदांजलि-
इस मौके पर उपस्थित मान्यवरों ने दो मिनिट का मौन धारण कर नागपूर जिले कि पारशिवनी तहसील की कन्हान नदी हादसें में डूबकर जान गंवा चुके पांच मुस्लिम युवकों श्रद्धांजलि अर्पित कर बीते 5 सितंबर को घटित उक्त घटना पर शोक जताते हुए मृतक युवाओं के परिजनों के लिए धैर्य (सब्र) और स्वास्थ्य की कामना की।