पारशिवनी।
पारशिवनी के समीप पिपला, गंरडा, वाधोडा, रेत धाट से जेसीबी, पोकलाॅड, डेझर मोटर बोट की सहायता से बडे पैमाने पर रेत उत्खनन कर ट्रकों से बाहरी जिले में बेची जा रही थी। मामला उजागर होते ही रेती चोरों में अफरातफरी मची गई।अवैध उत्खनन कर ग़ैरकानुनी तरीके से नदी के बिचो बिच रेत उत्खनन कर ट्रकों से बाहरी राज्य में रेत बेचने का मामला गुरवार को दोपहर उजागर हुआ। राजस्व अधिकारियों द्वारा इस ओर ध्यान नही देने से बडे पैमाने पर अवैध तरीके से रेत निकालकर बेची जाने की शिकायत यहाँ के स्थानिको ने विधायक आशिष जैसवाल से कि थी। गुरवार की दोपहर वाधोडा ग्राम में विधायक आशिष जैसवाल की अध्यक्षता में सभा का आयोजन किया था। यहा के लोगो की शिकायते सुलझाने के लिये सभा शुरू होते ही रेत घाट पर हो रही रेत की अवैध चोरी की शिकायते स्थानिको द्वारा उठाई गई। रेत की ढुलाई बडे वाहनो द्वारा क्षमता से ज्यादा रेत भर कर की जाने से यहा के डाम्बर रास्ते जो हाल ही में करोडो रुपये की लागत से बनाये गये थे। वह रेत की ढुलाई करने वाले वाहनो की वजह से पुरी तरह उखड गये हैं। इस बारे में हाल ही में नागपुर मेट्रो समाचार में खबर प्रकाशित हुई थी। करोडो रुपये खर्च कर बनाये गये रास्ते पुरी तरह तहस नहस हो जानें से यहा से आना जाना करना लोगों के लिये जानलेवा साबीत हो रहा था। वही विधायक ने समस्या की गंभीरता को देखते हुये तुंरत रेत घाट की ओर पैदल ही चलते हुये गए। और ड़ीएमओ गजानन कामडी नागपुर की टीम को घटनास्थल पर बुलाया गया। वही तहसिलदार पारशिवनी, थानेदार पारशिवनी भी रेती घाट पर विधायक के साथ मौजुथ थे। रेत घाट का नजार देखते ही वहा पर जेसीबी, पोकलेन डेझर बोट की सहायता से रेत की खुदाई कर बड़े पैमाने पर रेत उत्खनन कर रेत निकासी कर ट्रकों में भर कर रेत निकाली गई थी। जिसकारण बड़े- बड़े गढ्ढे बने हैं। डेझर बोट की सहायता से पानी के अंदर की रेत निकाली जा रही थी। वही रेत का भंडारन भी नदी कीनारे किया गया। जो नियम के मुताबिक रेत घाट से पाच किमी दुरी पर होना जरूरी हैं।इसी के मद्देनजर डीएमओ ने यहा के रेती घाटों पर कार्रवाई करते हुये कुछ रेत घाट सिल कीये जाने की खबर प्राप्त हुई है।
नागपुर के डीएमओ गजानन कामडी ने इस खबर की पुष्टि की है, खबर लिखी जाने तक मिली जानकारी के अनुसार, आम जनता और जन प्रतिनिधि के दबाव के बाद डीएमओ की टीम मौके पर पहुंची। अधिकारीयो ने 4 घाटों का दौरा किया। घाटों में अवैध रेत उत्खनन के सबूत मिले है।जिसके बाद ही कार्यवाही की गयी।और एक घाट को तुरंत सील किया गया है।
राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारी होते हुये नदी रेती घाट पर अवैध रेत उत्खनन कीसके आर्शिवाद से किया जा रहा था। वही रास्ते पर क्षमता से ज्यादा रेत वाहनो में भरकर खुलेआम दिन-दहाड़े बाहरी राज्यो में ले जा रही थी फिर भी यातायात पुलीस, स्थानिय राजस्व विभाग आखिर कार्रवाई क्यु नही कर रहा था। यह चर्चा का विषय बना हुआ है।
राज्य खनिकर्म महामंडल अध्यक्ष विधायक आशिष जैसवाल ने बताया कि, लोगों द्वारा बार बार शिकायते मिल रही थी। घटनास्थल पर निरिक्षण करने पर पेंच नदी से अवैध रेत उत्खनन और क्षमता से अधिक रेत की ढुलाई ट्रकों से होने की वजह से यहा के रास्ते पुरी तरह तहस नहस हो जाने से नागरीको को आगमन करना मुश्किल हो रहा था। वही पत्रपरिषद के जरिये इस अवैध रेत उत्खनन मामलें को उजागर कर सख्त कार्रवाई करने के लिये प्रयास किया जायेगा।