नई दिल्ली.
कैबिनेट बैठक के अगले दिन गुरूवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अधिकारियों के साथ अहम बैठक हुई. बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी गई. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैड बैंक जिसे एसेट री-कंस्ट्रक्शन कंपनी कहते हैं उसका ऐलान किया. इस बैंक के लिए 30 हजार 600 करोड़ की गारंटी सरकार देगी. 1 फरवरी 2021 को बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने इसकी घोषणा की थी. बैड बैंक को करीब 2 लाख करोड़ का एनपीए ट्रांसफर किया जाएगा. पहले चरण में इसके अंतर्गत 90 हजार करोड़ का एनपीए ट्रांसफर किया जाएगा.
वित्त मंत्री ने कहा कि बैड बैंक के अलावा डेट मैनेजमेंट कंपनी का भी गठन किया गया है. पब्लिक सेक्टर बैंकों के पास बैड बैंक में 51 फीसदी और डेट मैनेजमेंट कंपनी में 49 फीसदी हिस्सेदारी होगी. बैंकों की वित्तीय हालत को लेकर वित्त मंत्री ने कहा कि पिछले छह सालों में 5 लाख करोड़ से ज्यादा रिकवरी की गई. मार्च 2018 से अब तक 3 लाख करोड़ से ज्यादा रिकवरी की गई. 1 लाख करोड़ तो केवल राइट-ऑफ कर दिए गए लोन से रिकवरी हुई है. पिछले छह सालों में बैंकों के एसेट में काफी सुधार आया है.
बैड बैंक या एसेट री-कंस्ट्रक्शन कंपनी बैंकों के बैड लोन को खरीद लेता है और फिर वह उसकी उगाही अपने तरीके से करती है. आमतौर पर जब कोई बैड बैंक एक बैड लोन को खरीदता है तो वह केवल 15 फीसदी कैश के रूप में भुगतान करता है. बाकी का 85 फीसदी सिक्योरिटी रिसिप्ट के रूप में होता है. इसी सिक्योरिटी रिसिप्ट के रूप में 30600 करोड़ की सरकारी गारंटी का ऐलान किया गया है.
बैंकों को लगातार री-कैपिटलाइज किया गया है
वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि पिछले पांच सालों में बैंकों को हर साल हजारों करोड़ से रीकैपिटलाइज किया गया है. वित्त वर्ष 2017-18 में 90 हजार करोड़, वित्त वर्ष 2018-19 में 1.06 लाख करोड़, 2019-20 में 70 हजार करोड़, 2020-21 में 20 हजार करोड़ और चालू वित्त वर्ष के लिए 20 हजार करोड़ का ऐलान किया गया है.