कुही।
कुही शहर का डोमेस्टिक सेनिटेशन सर्वे में पुरस्कार जीतने वाली कुही नगर पंचायत इन दिनों साफ-सफाई को लगभग भूल चुकी है। पिछले कुछ दिनों से ठप पड़ी सफाई व्यवस्था को अब तक पूरा नहीं किया जा सका है। अकेले कुही में अब तक 90 से ज्यादा डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं।स्वच्छता के मामले में यह दुनिया का नंबर वन देश है। हालांकि, वेतन वृद्धि को लेकर तत्कालीन ठेकेदार और कुछ सफाई कर्मचारियों के बीच विवाद के कारण शहर में सफाई का काम रुका हुआ था और पुराना ठेका रद्द कर दिया गया था। फिर नगर पंचायत की ओर से नई टेंडर प्रक्रिया तैयार की गई। हालांकि, कुछ तकनीकी मुद्दों के कारण, प्रक्रिया को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था। लेकिन कुछ दिन पहले टेंडर प्रक्रिया पूरी कर नया ठेका दिया गया। हालांकि, शहर की कई सड़कें अभी भी कूड़े से अटी पड़ी हैं, जबकि शहर के मुख्य मार्ग अन्य सड़कों को छोड़कर अब भी कचरा नजर आ रहा है। शहर में पिछले दो साल से नालों की सफाई नहीं होने के कारण बड़ी संख्या में मच्छर शहर में हैं। शहर में इन दिनों विरले ही नालियां खुली हैं। अधिकांश नालियां, नाले भूमिगत हो गए हैं। चेंबर में ज्यादातर जगहों पर गाद जमा होने से पानी जमा हो जाता है और मच्छर हो जाते है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या इन नालों की सफाई कराई जाएगी। वर्तमान में, डेंगू के मामले में जिले में डेंगू और नागपुर जिले के कुही तालुका में डेंगू व्याप्त है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार तालुका में 238 मरीज पंजीकृत किए गए हैं। अकेले शहर में डेंगू के 90 मरीज सामने आ चुके हैं। उल्लेखनीय है कि यह संख्या केवल सरकारी अस्पतालों में इलाज करा रहे मरीजों के लिए है और इसमें विशेष रूप से जांच किए गए मरीजों की संख्या को शामिल नहीं किया गया है। शहर के अधिकांश निजी अस्पतालों में बड़ी संख्या में डेंगू के मरीज मिले हैं। इसलिए नगर पंचायत को शहर की सफाई पर ध्यान देने की जरूरत है और कुछ शहरवासी शहर की सफाई बहाल करने की मांग कर रहे हैं।