काटोल।
काटोल तहसील के पारडसिंगा मेटपांजरा जिला परिषद सर्कल क्षेत्र में 9 सितंबर की रात मुसलाधार बारिश के चलते यहां के ढवलापुर, हातला, कुकडी पांजरा, पारडी, लिंगा, बोरगोंदी पानवाडी, हरणखुरी आदी गांव के किसानों की खेती मुसलाधार बारिश के चलते यहां जांबूलधरा से काटोल की ओर आने वाले जांबूलधरा नाले में आयी बाढ के तेज जल प्रवाह से यहाँ के किसानों के खेती की सोयाबीन, कपास, संतरा, मोसंबी तथा साग सब्जियों के तथा फूलों के बागानों की खडी फसलों की भारी क्षति होने की जानकारी डॉ अनिल ठाकरे द्वारा दी गयी है। बताया जाता है की 9 सितम्बर को काटोल तहसील के पारडसिंगा क्षेत्र में 107 मिमि बारीश होने की जानकारी काटोल तहसीलदार कार्यालय द्वारा दी गयी है। इस मुसलाधार बारिश के पारडसिंगा जि प क्षेत्र के किसानों के सिंचाई के कुऐं धस गये, निवासी घरों तथा खेती की गोशालाओं को भी भारी क्षति होने जानकारी काटोल के उपविभागीय अधिकारी श्रीकांत उंम्बरकर तथा तहसीलदार अजय चरडे को दी गयी तथा संबधीत किसानों के खेती के नुकसान के सर्वेक्षण की मांग स्थानिय किसानों ने की है। 9 सितंबर की तेज बारिश के चलते किसानों के फसलों तथा घरों के हुई क्षती के लिये सर्वेक्षण के निर्देश जारी किये गये हैं तथा तहसीलदार अजय चरडे, नायब तहसीलदार निलेश कदम राजेंद्र जंवजाल अपने अपने सर्कल में हुये नुकसान का सर्वेक्षण कर रहे है। यह जानकारी काटोल के उपविभागीय अधिकारी श्रीकांत उंम्बरकर द्वारा दी गयी है।
बिजली के खंभे ने बचाया राजकुमार-
पारडी निवासी राजकुमार केशवराव शेंडे (42) नव सितम्बर को रात 9 के बीच अपने खेत से अपने घर आ रहा था। वह यहां के पुलीया पर पहुंचते ही जांबूलधरा नाले के अचानक आये तेज प्रवाह के चलते राजकुमार का संतुलन बिगड़ गया तथा नाले बाढ के तेज प्रवाह में बहता गया, इस बीच कुछ दुरी पर यहां के सिंचाई के कुऐं के बीजली खंभे के टेंशन के तार हाथ लगा राजकुमार ने इस खंभे के टेंशन तार के सहारे बाढ के पानी चिल्लाते रहा। जांबूलधरा नाले के समिपस्थ लिंगा गांव के लोगों चिल्लाहट सुनी तथा लिंगा के सरपंच विनोद ठाकरे तथा उनके सहयोगियों ने तहसील तथा पुलीस प्रशासन को जानकारी दी। एक ओर तेज बारिश के चलते लिंगावासीयों ने राजकुमार को तेज बहासे निकाला तथा काटोल के ग्रामीण अस्पताल में दाखील कराया जहां डॉक्टर सुमित जाधव द्वारा प्रथमोपचार किया गया, फिलहाल राजकुमार की प्रकृती ठिक बतायी गयी है।