कारंजा।
बारिश शुरू होते ही जानवरों को तरह-तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। इनमें से कुछ बीमारियों के खिलाफ एहतियात के तौर पर जानवरों को टीका लगाया गया। खुर बुखार, लंगड़ा बुखार जैसे विभिन्न रोगों को नियंत्रित करने के लिए पशुओं को मानसून से पहले टीका लगाया जाना चाहिए। इस प्रकार के टीके सरकारी अस्पतालों में भी उपलब्ध हैं। टीकाकरण इन बीमारियों के प्रसार को कम करता है। इन सभी जन जागरूकता के लिए हमने इस कैंप का आयोजन किया था। इस शिविर में पशु चिकित्सालय के सहायक पशुधन अधिकारी डॉ. बरखड़े और पूरे सपोर्ट क्लास को मदद मिली। इस समय मारोतराव वडाफले कृषि महाविद्यालय यवतमाल के ग्रामीण एवं कृषि कार्य अनुभव कार्यक्रम के तहत छात्र कु. अनुश्री गोपालराव जसुतकर ने शिविर में टीकाकरण के प्रति जागरूक किया। लक्षण, दवा और उपचार के बारे में भी बताया। इस शिविर में पशुओं को वायरल रोग ‘लार-खुजली’ का टीका लगाया गया। प्राचार्य डॉ. आर.ए.ठाकरे, एम. वी कडू उपप्राचार्य, शुभम सरप कार्यक्रम अधिकारी, एस.पी.लोखंडे मैडम विद्यार्थियों का मार्गदर्शन व उत्साहवर्धन किया।