दिग्रस।
आखिरकार 3 महीने से बार बार खंडित हो रहे बिजलीं प्रवाह की समस्या का समाधान न होने से तंग आकर तहसील के तुपटाकली ग्राम निवासियों (बिजली ग्राहकों) ने महावितरण के अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ दिग्रस पुलिस थाने में शिकायत पेश कर दी है।उपरोक्त समस्या से तुपटाकली ग्राम निवासियों का हाल पहले ही खराब था ऐसे में सोमवार, 30 अगस्त को तुपटाकली गांव के करीब आधे हिस्से में बिजली आपूर्ति सेवा ठप हो चुकी थी, दिनभर बिजली विभाग के कर्मचारियों का इंतजार किया गया, लेकिन किसी ने ग्रामीणों की समस्या की ओर ध्यान नही दिया ऐसे में मंगलवार, 31 अगस्त को रात 10 बजे ग्रामीणों ने दिग्रस पुलीस थाने पहुंचकर पुलीस निरीक्षक सोनाजी आम्ले के समक्ष रोष व्यक्त किया।गुस्साए ग्रामीणों ने बताया कि बिजली विभाग के कामचोर रवैये से तुपटाकली ग्रामवासियों को तीन दिन और दो राते अंधेरे में बितानी पड़ी है।बिजली विभाग (महावितरण) के कामचोर अधिकारियों और कर्मचारियों पर मामले दर्ज करने की मांग भी इस दौरान उठाई गई। इस मौके पर शिकायत (ज्ञापन) सौपते समय लक्ष्मण टेकाले, अल्ताफ पठाण, शंकर भस्मे, निसार पठाण, चंदन जाधव, हरून धारिवाला, जयसिंग चव्हाण, भारत शेलकर, गोपाल शिरसागर, पुंडलिक एलधरे आदि सहित अन्य नागरिक उपस्थित थे।
झूठे आश्वासन देने में माहिर है बिजली विभाग-
बीते कुछ महीनों से तुपटाकली के एक ट्रान्सफॉर्मर में आया भारी बिगाड़ जी का जंजाल साबित हो चुका है। इस ट्रांसफॉर्मर की जगह पर नया या दूसरा ट्रांसफॉर्मर लगाने के संदर्भ में कई बार बिजली विभाग से मांग की गई। लेकिन किसी ने इसकी सूद नही ली, ग्रामीणों है बार विभाग की ओर से नए नए आश्वासन ही दिए गये। जब अधिकारी और कर्मचारियों पर जोर डाला जाता है तो वे ग्रामीणों से विधायक या सांसद से ट्रांसफॉर्मर मांगने की ताकीद देते है। बिजली विभाग के इस रवैये से ग्रामीणों में रोष व्याप्त था। ऐसे में में बीते सोमवार को बिजली प्रवाह खंडित होने से अधिकारी और कर्मचारियों से फोन पर संपर्क किया गया। उस वक़्त संबंधित अधिकारी ने सुबह होते ही बिजलीं प्रवाह सुचारू करने का आश्वासन दिया,लेकिन मंगलवार को दिनभर इन्तेजार करने बाद भी बिजली प्रवाह शुरू नही हुआ। ऐसे में थक हार के ग्रामीणों ने उक्त मामले की शिकायत थानेदार सोनाजी आमले के समक्ष रखी। और बताया कि झूठे आश्वासन देने में बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी माहिर है।