आष्टी।
महाराष्ट्र राज्य पशु और मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय के एकमात्र कुलपति श्री पातूरकर ने हाल ही में तलेगांव स्थित वर्धा पोल्ट्री सोसाइटी का दौरा किया, जिसे राज्य में सहकारिता के क्षेत्र में सर्वोच्च ‘सहकार महर्षि’ पुरस्कार मिला है। इस दौरान उन्होंने पोल्ट्री सिस्टम, स्वास्थ्य व्यवस्था और पशु विकास पर चर्चा की और युवा नेता राहुल ठाकरे के काम की सराहना की।मुंबई-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग पर तलेगांव (शामजीपंत) से लगभग 3 किमी की दूरी पर स्थित वर्धा पोल्ट्री सोसायटी, महाराष्ट्र राज्य में पशुपालन के क्षेत्र में एक प्रसिद्ध संगठन है।केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सहित देश के कई गणमान्य व्यक्तियों ने इस संगठन का दौरा किया है और ठाकरे के काम की सराहना की है। प्रदेश के एकमात्र पशु एवं मत्स्य विश्वविद्यालय के कुलपति पातूरकर के सहयोगी सहतपुरे और भीकाने सोमवार को दोपहर 3 बजे संस्थान पहुंचे। उस समय पोल्ट्री के चिकित्सा अधिकारी डॉ. निस्टेन के साथ, श्रीधरराव ठाकरे, पूर्व उपाध्यक्ष विनायकराव धोंगड़ी, हुतात्मा स्मारक समिति के वर्तमान सचिव भरत वंजारा, कोषाध्यक्ष राजकुमार स्वालाखे, सदस्य सुभाष दारोकर, नामदेवराव खेरडे, प्रा. राम बलपांडे, वीरेंद्र कडू, शिरीष घाटोल, युवा नेता राहुल ठाकरे और पोल्ट्री संगठन के सभी कर्मचारी मौजूद थे। इस दौरान संस्था के अध्यक्ष राहुल ठाकरे की ओर से कुलपति श्री पाट
तरकर का शॉल, नारियल और फूलों का गुलदस्ता देकर स्वागत किया गया। इस पोल्ट्री संगठन के बारे में अधिक जानकारी लेते हुए पातूरकर ने सभी कर्मचारियों और पदाधिकारियों से बातचीत की। इस बीच, उन्हें 1942 में अष्टी के स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित हाल ही में प्रकाशित पुस्तक वीरेंद्र कडू की उकंड्या 1942 आष्टी की तिरंगा क्रांति के साथ प्रस्तुत किया गया। अंत में चाय पीकर कुलपति पाटूरकर ने सुखद माहौल में विदा ली।