भंडारा।
महर्षि विद्या मंदिर अशोक नगर भंडारा की प्रधानाध्यापिका श्रुति संजय ओहले के जिद्दी और अड़ियल रुख के साथ-साथ शिक्षा विभाग की असहयोग नीति के कारण स्कूल की टीसी समय पर नहीं मिल पा रही है। जीससे बच्चो को काफी परेशानी होंगी। टीसी जल्द से जल्द उपलब्ध कराया जाना चाहिए अन्यथा शिक्षा अधिकारी प्राथमिक जिला परिषद भंडारा के केबिन में गुरुवार 9 सितम्बर को प्रातः 11 बजे अभिभावक मधुकर संपतराव देशमुख शास्त्री वार्ड गणेशपुर भंडारा ने आत्मदाह की चेतावनी की प्रत जिला कलेक्टर संदीप कदम को चेतावनी देकर एक प्रति जिला परिषद प्रशासन एवं पुलिस विभाग को भिजवाई है।षनमुख मधुकर देशमुख चौथी कक्षा में महर्षि विद्या मंदिर, अशोक नगर, भंडारा में पढ़ता है। शैक्षणिक सत्र 2020-21 में कोविड-19 के प्रकोप के कारण मार्च 2020 से स्कूल बंद है। साथ ही किसी स्कूल का अनाधिकृत स्थानांतरण खुद ही स्कूल की मान्यता समाप्त कर देता है। पत्र आरटीआई के तहत प्राप्त हुआ है। पिछले शैक्षणिक सत्र में कोरोना महामारी के कारण कक्षा 1 से 8 तक सरकारी आदेश के अनुसार बंद कर दिया गया था और अभी भी है। बच्चों की ऑनलाइन क्लास भी नहीं थी। बयान में इसका जिक्र है। चूंकि महर्षि विद्या मंदिर अशोक नगर भंडारा एक अनौपचारिक स्कूल है, इसलिए वे अपने बच्चे को दूसरे स्कूलों में पढ़ाना चाहते है। इसके लिए टी.सी. की जरूरत है। लेकिन प्रधानाध्यापक श्रुति ओहोल ने रुपये का भुगतान नहीं किया। उनका बच्चा संबंधित अवधि के दौरान स्कूल में शिक्षित नहीं था। शुल्क का भुगतान क्यों करें जैसा कि उन्होंने समय-समय पर संबंधित अधिकारियों को इस बारे में सूचित किया है ? बयान में इसका जिक्र है। भंडारा पंचायत समिति के समूह शिक्षा अधिकारी एस. बी। राठौर और प्राथमिक शिक्षा अधिकारी मनोहर बारस्कर से पिछले दो महीने से कोई पूछताछ नहीं हुई है। प्रधानाध्यापक महर्षि विद्या मंदिर की अड़ियल और अडिग नीति और शिक्षा विभाग की गैरजिम्मेदारी के कारण अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है और उनके इकलौते बच्चे का जीवन अंधकार के कगार पर है। इसलिए उनके लिए पारिवारिक जीवन जीना बेकार है। इसलिए मधुकर देशमुख ने जिला कलेक्टर संदीप कदम को बयान दिया है कि गुरुवार 9 सितंबर 2021 को सुबह 11 बजे शिक्षा अधिकारी प्राथमिक, जिला पुलिस अधीक्षक वसंत जाधव, मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय मून के साथ शिक्षा अधिकारी प्राथमिक, समूह शिक्षा के हॉल में अधिकारी पी. सी। बयान की प्रतियां भंडारा, तहसीलदार और पुलिस निरीक्षक भंडारा को सौंप दी गई हैं। प्रशासन द्वारा क्या कार्रवाई की जाती है। इस ओर अभिभावकों का ध्यान खींचा है।