41.64 लाख की विदेशी महंगी शराब पकड़ी गई

नागपुर। नागपुर शहर के कई बड़े होटलों और बार में अन्य राज्यों से तस्करी कर लाई गई महंगी शराब परोसी जा रही है. इसका खुलासा क्राइम ब्रांच की यूनिट 5 द्वारा की गई कार्रवाई से हुआ है. पुलिस ने गोपनीय जानकारी के आधार पर शराब सप्लाई करने वाले इस गिरोह का पर्दाफाश कर 41.64 लाख रुपये की शराब जब्त की है.
फिलहाल एक आॅटोचालक पुलिस के हाथ लगा है. मुख्य तस्कर और उसके गिरोह के अन्य लोगों की तलाश जारी है. पकड़ा गया आरोपी समतानगर निवासी अतुल विजय भालाधरे (37) बताया गया है, जबकि गैंग का मुखिया जरीपटका निवासी अशोक पंजूमल चेलानी (42) है.
डीसीपी मुमक्का सुदर्शन ने बताया कि क्राइम ब्रांच के यूनिट 5 में कार्यरत हेड रोनाल्ड अंथोनी को जानकारी मिली थी कि 1 आॅटो रिक्शा में विभिन्न विदेशी ब्रांड की महंगी शराब अवैध तरीके से बार और होटलों में सप्लाई की जा रही है. आला अधिकारियों ने खबर के आधार पर आरोपियों को पकड़ने की योजना बनाई.
3 गोदामों पर पुलिस का छापा
कपिलनगर के एनआईटी क्वार्टर के पास पुलिस ने अतुल को आॅटो में शराब ले जाते हुए पकड़ा. जांच करने पर कपिल नगर में ही एक किराए के कमरे से 2.49 लाख रुपये की शराब बरामद हुई. पूछताछ में अतुल ने बताया कि माल अशोक चेलानी का है. उसने अतुल को सदर के गोंडवाना चौक परिसर में स्थित एक फ्लैट में बने गोदाम में और माल होने की जानकारी दी।
पुलिस ने तुरंत गोदाम पर छापा मारा. तलाशी लेने पर 30.44 लाख रुपये का माल बरामद हुआ. पुलिस के छापे की खबर लगते ही चेलानी फरार हो गया. अतुल ने बताया कि चेलानी का एक गोदाम कॉटन मार्केट परिसर में भी है. एक टीम को वहां रवाना करने पर गोदाम में 7.31 लाख रुपये की शराब बरामद हुई. पुलिस ने कुल 41.64 लाख रुपये का माल जब्त किया है. डीसीपी मुमक्का ने बताया कि चेलानी फिलहाल हाथ नहीं लगा है.
गोवा, हरियाणा और एमपी से आता है माल
जब्त की गई सभी शराब प्रिमियम ब्रांड की है. एक-एक बोतल की कीमत 5 से 10 हजार के बीच है. शराब की बोतलें गोवा, मध्यप्रदेश और हरियाणा राज्य में ही बिक्री की जा सकती हैं. महाराष्ट्र की तुलना में वहां शराब सस्ती होने के कारण आरोपी विभिन्न ट्रांसपोर्ट माध्यमों से शराब नागपुर लाते हंै. इसमें सरकार को सीधा राजस्व नुकसान हो रहा है.
जांच में पता चला है कि शहर के बड़े होटल और बारों में यह शराब सप्लाई की जाती है. चेलानी लंबे समय से इस धंधे में सक्रिय है. अलग-अलग इलाकों में उसने अपने गोदाम बना रखे हैं. धोखाधड़ी के मामले में जेल की हवा खा रहा खतरी उसका करीबी बताया जा रहा है. कॉटन मार्केट का गोदाम खतरी ने ही चेलानी को किराए पर दिया था. खतरी के परिवार के अन्य सदस्यों के भी चेलानी के साथ जुड़े होने की जानकारी मिली है. चेलानी पर इसके पहले भी अवैध शराब बिक्री और धोखाधड़ी का मामला दर्ज है.
डीसीपी मुमक्का सुदर्शन के मार्गदर्शन में इंस्पेक्टर राहुल शिरे, एपीआई विक्रांत थारकर, पंकज भोपाले, पीएसआई आशीषसिंह ठाकुर, राहुल रोटे, आशीष कोहले और उनकी टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *