विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई है। सभी पार्टियों ने अपनी अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। कई नेता महाराष्ट्र के दौरे पर है। सत्तापक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर वार पलटवार कर रहे हैं। इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल ने महायुति पर जमकर प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि सत्तापक्ष के नेताओं को कुर्ची की चिंता सता रही है। अब लोग चांद भी मांगेगे, तो महायुति अपनी कुर्ची बचाने के लिए चांद भी लाकर देने का वादा कर सकती है। जयंत पाटिल ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार के सरकारी खजाने को बर्बाद कर रही है। उन्होंने कहा कि पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी करीब 3 लाख 85 हजार किलोमीटर है। जयंत पाटिल ने कहा कि इसरो को वैज्ञानिकों ने चंद्रयान को चंद्रमा पर भेजने के लिए 600 करोड़ रुपये खर्च किए और महायति की सरकार अलिबाग से विरार जानेवाली 96 किलोमीटर की सड़क के लिए 26 हजार करोड़ खर्च कर रही है।
शिवसेना (शिंदे गुट) और अजीत के बीच एक बार फिर से निधि के बंटवारे को लेकर टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई।
बताया जा रहा कि दोनों गुटों के बीच फाइल वार शुरू हो गया है। महायुति में चल रहे वार को लेकर विपक्षी दल सरकार पर जमकर निशाना साध रहा है। पाटिल ने कहा है कि सत्तापक्ष के नेताओं को कुर्ची की चिंता सता रही है। अब लोग चांद भी मांगेगे, तो महायुति अपनी कुर्ची बचाने के लिए चांद भी लाकर देने का वादा कर सकती है। इस दौरान जयंत पाटिल ने अजित पवार पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि शिंदे और फडणवीस कही भी सही ले लेते है, यह बात ध्यान में आने के बाद अब अजित पवार कह रहे है कि वह बिना देखे साइन नहीं करेंगे। इसका मतलब है कि उन्होंने पहले बिना देखे ही साइन किया था। जयंत पाटिल ने कहा कि सरकार बड़े बड़े ठेके हासिल करने के लिए और उनसे मिला पैसे खाने के लिए योजना लागू कर रही है। किसी भा पार्टी की सरकार आए चल रही योजनाएं बंद नहीं होगी। विज्ञापन के लिए सरकार ने 280 करोड़ रुपये अलग रखें है। पेपर निकाले की एक मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री दिख जाते है।क्योंकि वे दो महीने में 280 करोड़ रुपये खर्च करना चाहते है। सरकार ने 300 करोड़ रुपये योजना दूतों के लिए निकाल कर रखे है। जो घर-घर जाकर सरकार के योजनाओं का प्रचार प्रसार करेंगे।