आंध्र प्रदेश में टीडीपी नेता गौरीनाथ चौधरी की हत्या का मामला सामने आया है। जानलेवा हमले के बाद इनकी मौत हो गई। आरोप विपक्षी पार्टी- वाईएसआर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लगा है। मामला संवेदनशील है और कानून-व्यवस्था बरकरार रखने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। कुरनूल के एसपी ने घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने स्थानीय लोगों को सुरक्षा व्यवस्था का आश्वासन दिया।
पुलिस ने क्षेत्र में अन्य हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए एक चौकी भी स्थापित की है। इस हत्या को राजनीति से प्रेरित हमले के रूप में देखा जा रहा है। पीड़ित क्षेत्र में टीडीपी का एक प्रमुख नेता था। राजनीतिक झड़प के कारण टीडीपी नेता की हत्या कर दी गई। मामला दर्ज किया गया है और आरोपियों को पकड़ने के लिए तलाश जारी है। इस घटना के बाद सर्कल इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर को वीआर (वैकेंसी रिजर्व) भेजा गया।
इस हत्या मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए टीडीपी नेता पट्टाभि राम कोमारेड्डी ने कहा, “पांच साल पहले जिस हिंसा को वाईएसआर कांग्रेस ने शुरू की थी, वह अभी भी जारी है। जनता ने अपना गुस्सा दिखाया और वाईएसआर पार्टी 151 से 11 सीटों पर आ गई। उन्हें विपक्ष का दर्जा भी नहीं मिला। कल कुरनूल में हमारे टीडीपी नेता की बेरहमी से हत्या कर दी गई। इतनी करारी हार मिलने के बावजूद उन्होंने सबक नहीं सीखा। टीडीपी ने कभी भी हिंसा को बढ़ावा नहीं दिया। हम शांत वातावरण चाहते हैं।”