नई दिल्ली। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा समेत विपक्ष के 8 से ज्यादा नेताओं ने 31 अक्तूबर को केंद्र सरकार पर फोन हैकिंग का आरोप लगाया है। मामले में आईटी मंत्रालय की पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी एपल को समन भेजकर पूछताछ के लिए बुला सकती है।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने कमेटी के सूत्रों के हवाले से बताया कि फोन हैकिंग का मामला पार्लियामेंट्री कमेटी की मीटिंग में उठाया जा सकता है। साथ ही विपक्ष के सांसदों से भी मामले को लेकर पूछताछ की जा सकती है।
31 अक्तूबर को महुआ मोइत्रा के अलावा कांग्रेस सांसद शशि थरूर, पवन खेड़ा, आप सांसद राघव चड्ढा ने सोशल मीडिया पर एपल का अलर्ट मैसेज पोस्ट कर लिखा- सरकार उनके फोन और ईमेल को हैक करवाने की कोशिश कर रही है।
कुछ घंटे बाद राहुल गांधी भी कांग्रेस कार्यालय पहुंचे और कहा कि एपल की ओर से जो अलर्ट आया है, वो मेरे आॅफिस में सभी को मिला है। भाजपा की सरकार और उसका फाइनेंशियल सिस्टम इस मामले से सीधे जुड़ा हुआ है।
लोकसभा स्पीकर से सांसदों को सुरक्षा देने की मांग
महुआ मोइत्रा ने बुधवार (1 नवंबर) को लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को लेटर लिखा और विपक्षी सांसदों को सुरक्षा देने की मांग की।
क्या लिखा है इन अलर्ट मैसेज में?
महुआ और शशि थरूर ने एपल आईडी पर आए अलर्ट मैसेज के स्क्रीनशॉट शेयर किए। इनमें लिखा था- एपल को लगता है स्टेट-स्पॉन्सर्ड अटैकर्स आपको अपना टारगेट बना रहे हैं। ये आपकी एपल आईडी से जुड़े आईफोन को रिमोट मोड पर लेकर उसमें सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं। इस ईमेल का टाइटल था- ‘अलर्ट- स्टेट स्पॉन्सर्ड अटैकर्स आपके आईफोन को अटैक कर रहे हैं’। इसमें लिखा था- अगर आपकी डिवाइस किसी स्टेट-स्पॉन्सर्ड अटैकर ने कॉम्प्रोमाइज कर ली है तो हो सकता है कि वे आपकी निजी जानकारी, आपकी बातचीत, यहां तक कि आपका कैमरा और माइक्रोफोन भी रिमोट एक्सेस कर सकते हैं। हो सकता है ये एक फॉल्स अलार्म हो, लेकिन फिर भी इस वॉर्निंग को गंभीरता से लें।