नई दिल्ली। पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने (कैश फॉर क्वेरी) के मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा गुरुवार को लोकसभा एथिक्स कमेटी के सामने पेश होंगी. सरकारी सूत्रों के मुताबिक, महुआ मोइत्रा की पेशी से पहले लोकसभा एथिक्स कमेटी को गृह, आईटी और विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट भी मिल गई है. लोकसभा की एथिक्स कमेटी ने सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (आईटी मंत्रालय) से इस मामले में जानकारी मांगी थी. अब आईटी मंत्रालय ने कमेटी को बताया कि उनकी आईडी से दुबई में बैठ कर कम से कम 49 बार लॉगिन किया गया.
एथिक्स कमेटी ने 26 अक्तूबर को करीब 3 घंटे की मीटिंग की थी. कमेटी ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, गृह मंत्रालय और आईटी मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर महुआ मोइत्रा केस से जुड़ी जानकारी मांगी थी. कमेटी ने गृह मंत्रालय से महुआ के पिछले 5 सालों के फॉरेन टूर का ब्योरा मांगा था. कमेटी ये जांच करेगी कि महुआ देश के बाहर कहां-कहां गईं और उन्होंने इसके बारे में लोकसभा में जानकारी दी या नहीं. इसके बाद इनसे उनके सांसद आईडी पर लॉगइन का मिलान किया जाएगा.
मोइत्रा ने की हीरानंदानी और देहाद्राई के क्रॉस एग्जामिन की मांग
इससे पहले बुधवार को महुआ मोइत्रा ने बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी और सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई को क्रॉस एग्जामिन करने की मांग की है. महुआ ने इस बारे में एथिक्स कमेटी को चिट्ठी लिखी है. इसमें उन्होंने कहा- ‘हीरानंदानी और देहाद्राई ने मेरे खिलाफ लगाए आरोपों का सबूत नहीं दिया है. इसलिए मैं दोनों को क्रॉस एग्जामिन करने के अपने अधिकार का इस्तेमाल करना चाहती हूं.’
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लगाए थे आरोप
झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने 15 अक्तूबर को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को चिट्ठी लिखी थी. इसमें उन्होंने महुआ पर आरोप लगाए थे कि उन्होंने संसद में सवाल पूछने के लिए बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से पैसे और तोहफे लिए थे. इस मामले को स्पीकर ने एथिक्स कमेटी को भेज दिया था. महुआ के एक्स पार्टनर और सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहद्राई ने इस मामले में कमेटी को सबूत भी दिए थे. साथ ही दर्शन हीरानंदानी ने कमेटी को साइन किया हुआ हलफनामा भी सौंपा था.