जम्मू. गुरुवार सुबह कुपवाड़ा के मच्छल सेक्टर में घुसपैठ नाकाम होने और पांच घुसपैठियों के मारे जाने से बौखलाए पाकिस्तानी रेंजरों ने गुरुवार देर शाम जम्मू के अरनिया और साथ लगते आरएसपुरा में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारी गोलाबारी शुरू कर दी। इसमें विक्रम पोस्ट में सीमा सुरक्षा बल के दो जवानों के घायल होने की सूचना है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
पाकिस्तानी मोर्टार सरहद से करीब तीन किलोमीटर भीतर अरनिया गांव में भी गिरे। इससे लोग सहम गए और अपने स्वजन के साथ पीछे सुरक्षित स्थानों पर आ गए। पाकिस्तान ने करीब ढाई वर्ष बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा पर इतनी भारी गोलीबारी की है।
वहीं, सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने भी पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। देर रात तक सीमा पर दोनों तरफ से गोलाबारी जारी रही। पाकिस्तान की ओर से ऐसी गोलीबारी अक्सर आतंकियों की घुसपैठ करवाने के लिए की जाती है। ऐसे में गोलीबारी का जवाब देने के साथ सीमा सुरक्षा बल ने क्षेत्र में चौकसी के स्तर को और बढ़ा दिया है।
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी रेंजरों ने देर शाम 8:10 बजे अरनिया में भारत की एक चौकी को निशाना बनाकर गोलियां दागना शुरू कर दी। सीमा सुरक्षा बल की ओर से जवाबी कार्रवाई करने के बाद पाकिस्तानी रेंजरों ने दो अन्य चौकियों पर भी गोलीबारी शुरू कर दी।
इस दौरान भारतीय क्षेत्र में रोशनी करने के लिए पाकिस्तान रेंजरों ने रोशनी करने वाले गोले भी हवा में दागे। इस समय जम्मू के अरनिया व आरएसपुरा के सीमांत क्षेत्रों में फसल की कटाई का काम जारी है और अन्य प्रदेशों के कई श्रमिक भी काम में जुटे हैं। इस गोलीबारी के बाद रात को ही सभी लोग सुरक्षित स्थानों की ओर आ गए।
10 दिन में दूसरी बार संघर्ष विराम का उल्लंघन
पाकिस्तान की ओर से अरनिया में पिछले 10 दिन में संघर्ष विराम के उल्लंघन का यह दूसरा मामला है। इससे पहले पाकिस्तानी रेंजरों ने 17 अक्टूबर को अरिनया में गोलीबारी की थी, जिसमें सीमा सुरक्षा बल की 120 बटालियन के दो जवान घायल हो गए थे। वहीं, सीमा प्रहरियों ने 21 अक्टूबर को सरहद पार संदिग्ध हरकत देखे जाने के बाद हवा में गोलीबारी कर उन्हें पीछे खदेड़ दिया था।