नागपुर। 67 वें धम्मचक्र प्रवर्तन दिन के अवसर पर दीक्षाभूमि पर मंगलवार को लाखों अनुयायियों ने नमन किया, इस पवित्र भूमि पर मत्था टेका. सोमवार सुबह से ही दीक्षा भूमि पर भारी संख्या में भीड़ जुटने लगी थी. देश के कोने-कोने से बाबासाहब आंबेडकर के लाखों अनुयायी समारोह में हिस्सा लेने के लिए इकट्ठा हुए थे.
संपूर्ण परिसर पुस्तकों, खेल के सामान और बाबासाहब आंबेडकर व बुद्ध मूर्ति की दुकानों से सज गया था. डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर समिति की ओर से आयोजित धम्मचक्र प्रवर्तन दिन समारोह दीक्षा भूमि पर उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ. इस अवसर पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, थायलैंड के डॉ. अफिनिता चाई चाना, स्मारक समिति के डॉ. राजेंद्र गवई, सुधीर फुलझेले आदि मंच पर उपस्थित थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. आंबेडकर स्मारक समिति के अध्यक्ष भदन्त आर्य नागार्जुन सुरेई ससाई ने की.
आंबेडकर का संविधान दुनिया में सर्वोत्तम
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मौके पर कहा कि, ‘डॉ. आंबेडकर का संविधान दुनिया में सर्वोत्तम है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि हमारा संविधान महान और महत्वपूर्ण है. इंदू मिल की जगह प्रधानमंत्री मोदी ने एक रुपया लिए बगैर दे दी. वहां पर बाबासाहब के स्मारक का काम प्रारंभ हो गया है. बाबासाहब के अगले महापरिनिर्वाण दिन से पहले स्मारक का काम पूर्ण हो जाएगा.’
बुद्ध सर्किट योजना पूर्ण करना मेरा सौभाग्य
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि फिलहाल वैश्विक स्तर पर युद्ध चल रहे हैं. ऐसे में गौतम बुद्ध का विचार विश्व की शांति के लिए आवश्यक है. उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मैं 22 हजार करोड़ की बुद्ध सर्किट योजना को पूर्ण करवा सका. आगामी दिनों में समाज में समता व बंधुत्व टिकाए रखने के लिए संविधान के साथ ही गौमत बुद्ध के धम्म और विचार का भी उतना ही महत्व होगा.