भोपाल। मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक मानसिक रूप से विक्षिप्त नाबालिग के साथ बलात्कार किया गया। इसके बाद लड़की को सड़क किनारे अर्धनग्न अवस्था में छोड़ दिया गया।
एक वायरल वीडियो में देखा गया है, पीड़िता, जो कि अर्धनग्न हालत में थी, मदद मांगने के लिए एक व्यक्ति के पास जाती दिख रही है। व्यक्ति उसे भगा देता है। रिपोर्ट के मुताबिक, सड़कों पर भटकते हुए उसने मदद मांगने के लिए कई दरवाजे खटखटाए। लेकिन, किसी ने उसकी मदद नहीं की। आखिरकार वह एक आश्रम में पहुंची। वहां एक पुजारी को यौन हिंसा का मामला होने का संदेह हुआ, उसने उसे तौलिये से ढंक दिया और जिला अस्पताल ले गया। मेडिकल जांच में दुष्कर्म की पुष्टि हुई।
डॉक्टरों ने पीड़िता का प्राथमिक उपचार करने के बाद उसे सर्जरी के लिए इंदौर रेफर कर दिया, क्योंकि उसके प्राइवेट पार्ट के साथ दरिंदगी की गई थी। रिपोर्टों में यह भी दावा किया गया है कि एक पुलिसकर्मी ने रक्तदान किया, क्योंकि उसे जीवित रहने के लिए तत्काल रक्त की जरूरत थी। पीड़िता की हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
अपना नाम, पता नहीं बता पाई लड़की
उज्जैन पुलिस स्टेशन की एक वरिष्ठ पुलिसकर्मी दीपिका शिंदे ने लड़की से उसका नाम और पता पूछा, लेकिन वह उचित जवाब नहीं दे सकी। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया है। इसके अलावा पुलिस ने मामले में पॉक्सो एक्ट की विभिन्न धाराओं को भी जोड़ा है।
उज्जैन पुलिस प्रमुख सचिन शर्मा ने कहा कि अपराधियों की जल्द से जल्द पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है। मेडिकल जांच में बलात्कार की पुष्टि हुई है।