सिरोंचा. मेडिगड्डा परियोजना से प्रभावित किसानों ने स्थानीय तहसील कार्यालय के सामने विगत दस दिनों से अनशन व धरना प्रदर्शन का सिलसिला शुरू कर दिया है. इस दौरान आंदोलनकारियों ने सिरोंचा-असरल्ली मार्ग की समस्या के समाधान की मांग की.
अशोक नेता ने तत्काल वन विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर सड़क निर्माण में तेजी लाने में सहयोग करने के निर्देश दिए. इसलिए विश्वास है कि अशोक नेते के प्रयास से इस सड़क के निर्माण में तेजी आएगी. राष्ट्रीय राजमार्ग 63 तेलंगाना राज्य से महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ राज्य तक गढ़चिरौली जिले के सिरोंचा तालुका मुख्यालय से होकर गुजरता तक है। दो दशक पहले इसे राष्ट्रीय राजमार्ग 16 के नाम से जाना जाता था. इसे अब राजमार्ग 63 के रूप में जाना जाता है. इस सड़क का निर्माण सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने दो दशक पहले किया था. तब से सड़क का रखरखाव नहीं किया गया है. हालांकि, पिछले कुछ सालों से इस सड़क पर काफी भारी ट्रैफिक देखा गया है. इसके कारण यह सड़क बदहाल है. इस सड़क का निर्माण पिछले कुछ दिनों से शुरू किया गया था. हालांकि, अनशनकारियों ने शिकायत की कि तकनीकी दिक्कतों के कारण काम रोक दिया गया है.
भूख हड़ताल करने वालों की इस समस्या को ध्यान में रखते हुए अशोक नेते ने संबंधित विभाग के अधिकारियों व ठेकेदार से संपर्क कर प्रभावित कार्य को तत्काल शुरू करने के निर्देश दिए. तो यकीन मानिए असरल्ली-सिरोंचा नेशनल हाईवे 63 का निर्माण जल्द ही पूरा हो जाएगा, ऐसा आश्वासन अशोक नेते ने अनशनकारियों को दिया. इस बैठक में सूरज डूडी, राम प्रसाद रंगुवार, तिरुपति मुधम, विशाल रंगुवार, श्रीनिवास रंगुवार, राज्य कार्यकारिणी सदस्य बाबूराव कोहले, राज्य कार्यकारिणी आमंत्रित सदस्य रवींद्र ओल्लालवार आदि सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता शामिल हुए.