अप्रैल भी खत्म होने की राह पर है, मगर नागपुर सहित पूरे विदर्भ में जिस तरह का मौसम चल रहा है, उससे यह समझना मुश्किल हो गया है कि यह बारिश का मौसम है या गर्मी का. अप्रैल में सूरज आग उगलना प्रारंभ कर देता है, मगर इस साल ऐसा दृश्य दूर-दूर तक दिखाई नहीं दे रहा है.
पिछले चार दिनों से बेमौसम बारिश पूरे विदर्भ में हो रही है. मौसम विभाग की मानें तो और पांच दिनों तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा. मौसम विभाग का अनुमान है कि आगामी 27 अपै्रल तक विदर्भ में कुछ स्थानों में बदरीला मौसम बना रहेगा, कहीं बिजली की गड़गड़हट के साथ बारिश होने और ओले गिरने का अनुमान है. उसके बाद ही मौसम में कोई सुधार आ सकता है.
इस साल 10 अप्रैल से कुछ दिनों तक गर्मी ने तकलीफ देना जारी रखा था. दिन का पारा 39 से 41 डिग्री के आसपास बना रहा. 19 अप्रैल को नागपुर का तापमान 42 डिग्री पर पहुंच गया था. यह इस गर्मी का सर्वाधिक तापमान था.
विदर्भ में चंद्रपुर, ब्रम्हपुरी सहित अकोला, वर्धा, वाशिम जैसे शहरों का पारा 43 डिग्री तक पहुंच गया था. 20 अप्रैल से बेमौसम बारिश के बादल आसमान में जमना प्रारंभ हुए और तापमान कम होने लगा. रविवार को नागपुर का अधिकतम तापमान सर्वाधिक 6 डिग्री गिरकर 35.3 डिग्री पर आ गया. इसके चलते दिन भर भले ही आसमान भी बादलों की भीड़ न दिखाई दी हो, मगर गर्मी का एहसास ज़रूर नहीं हुआ.
शनिवार को ओलों के साथ बारिश हुई थी. इससे चलते रविवार को सुबह साढ़े 8 बजे तक नागपुर में 15.5 मिमी बारिश दर्ज की गई थी. सुबह भी मामूली बूंदाबांदी हुई. शहर में रात का तापमान भी औसत तापमान की तुलना में 5.5 डिग्री से घसरकर 19.4 डिग्री पर पहुंच गया है.
नागपुर सहित विदर्भ में भी पारा में घसरन का क्रम जारी है. गोंदिया में पारा 5.1 डिग्री घसरकर 35.5 डिग्री, वर्धा में 4.7 डिग्री घसरकर 37 डिग्री, चंद्रपुर में 3.8 डिग्री घसरकर 38.2 डिग्री, अमरावती में 3.6 डिग्री घसरकर 37 डिग्री और अकोला में 3.2 डिग्री घसरकर 38.3 डिग्री दर्ज किया गया है. सभी शहरों में रात के तापमान में 2 से 6 डिग्री तक की घसरन दर्ज की गई है.