नागरिकों द्वारा टीकाकरण को उचित प्रतिसाद नहीं मिलने के कारण राज्य सरकार ने कोरोना प्रतिबंधात्मक टीके की आपूर्ति बंद कर दी है. परंतु, अब फिर से कोरोना सिर उठा रहा है. इसके चलते टीका का स्टॉक नहीं होने के कारण महापालिका के समक्ष संकट पैदा हो गया है.
टेस्टिंग बढ़ाने का निर्देश
बढ़ते कोरोना को देखते हुए नागपुर महापालिका के अतिरिक्त आयुक्त राम जोशी ने मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए तत्काल एक समीक्षा बैठक लेकर कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाने का निर्देश प्रशासन को दिया गया है. प्रारंभ में नागपुर वैक्सीन के प्रतिबंधात्मक टीकाकरण के प्रति उदासीन था, परंतु, अब कोरोना के बढ़ने के कारण पहला डोज ले चुके लोग दूसरे डोज के लिए और दूसरा डोज ले चुके नागरिक बूस्टर डोज के बारे पूंछताछ कर रहे हैं, लेकिन महानगरपाकिलका के पास टीका ही नहीं है, जिससे सारे टीकाकरण केंद्र बंद पड़ गए हैं.
इस संबंध में जानकारी देते हुए महानगरपालिका के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि कोरोना का संकट फिर से नहीं आएगा, इसी के चलते नागपरिकों ने टीका लेने के तरफ से उदासीनता बरती. इसका परिणाम यह हुआ कि राज्य सरकार ने आपूर्ति बंद कर दी. एक अधिकारी ने बताया कि अब टीका ही उपलब्चध नहीं है. अब तक शहर के शत-प्रतिशत नागरिकों ने पहला डोज लिया है. मगर अभी भी 18.49 फीसदी नागरिकों ने दूसरा डोज लिया है, जबकि 75.43 फीसदी नागपुर नागरिकों ने बूस्टर डोज लिया नहीं है.