नेशनल हाईवे के अन्तर्गत गोंदिया मार्ग का निर्माण कार्य कछुआ गति से चल रहा है। बताया जा रहा है कि जहाँ आवश्यकता नहीं है। ऐसे जगह पर छोटे छोटे पुलिया ( कलवट) का निर्माण किया गया है। जगह जगह खोदकाम एवं निर्माण कार्य किये जाने से तथा जारी होने से आवागमन करने वाले राहगीरों को एवं वाहन चालकों को जान हथेली पर लेकर चलना पड़ता रहा है। जहाँ छोटे छोटे पुलिया का निर्माण किया गया है। वहा पर बडे़ बडे़ गडडे पड गये हैं। उन गडडों से बाईक एवं सायकिल सवार कई लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे है। बताया जा रहा है कि पांगोली नदी, खमारी, तांडा, दहेगांव, ठाणा, ( जंगल का भाग छोड़कर) गोरठा तक मार्ग का आधा अधूरा निर्माण कार्य कर छोड़ दिया गया है।
मार्ग निर्माण कार्य शुरू करने के पुर्व इलेक्ट्रिक पोल, जल सप्लाई करने हेतु पाईप लाईन बिछाने का काम किया जाना चाहिए। बताया जा रहा है कि कुछ जगह पर पाईप लाईन बिछाने का काम किया गया है। लेकिन जल सप्लाई नही हो रही है। जल पिने के लिए ग्रामीण जनता परेशान हो रही है। सरकारी नियमों को दरकिनार कर घटिया स्तर पर बारब्रिक प्रोजेक्ट लिमिटेड कंपनी रायपुर काम कर रही है। लेकिन नेशनल हाईवे अथारिटी के अधिकारीयों ध्यान नही दे रहे है।
गोरठा से किडंगीपार तक डांबरिकरण मार्ग को टेस्टिंग के लिए एवं कलवटोंका ( छोटे पुलिया) का निर्माण करने खोदा गया है। उन खड़े को पुरी तरह भरा नही गया हैं। ज्यो भरे गये, वह भी उखड़ गये। उन गडडों से जब वाहन गुजरते हैं। तब आवागमन करने वाले राहगीरों के जिवन को खतरा निर्माण हो जाता है। फिर भी बारब्रिक प्रोजेक्ट लिमिटेड कंपनी गडडों को भरने का काम नही कर रही है। जनजिवन की रक्षा करने हेतु पुलिस विभाग ने ध्यान देना चाहिए। ऐसी मांग राहगीरों द्वारा की जा रहीं है।