सिंधी रेलवे के पास के गौल (भोसा) में सरजेराव वरभे के खेत में एक नए कुएं का निर्माण चल रहा था। कुएं का दक्षिणी हिस्सा बुधवार दोपहर में अचानक धंस गया। सिंदी के दो मजदूरों की मलबे में दबकर दर्दनाक मौत हो गई। चूंकि कुआं 50 फीट गहरा था, समुद्रपुर तालुक राजस्व और सिंदी (रेलवे) पुलिस ने शव को निकालने के लिए एनडीआरएफ को बुलाया। बताया जा रहा है कि सरजेराव वराभे (73) ने दो साल पहले अपने खेत में नया कुआं खोदा था। हालांकि, पिछले साल भारी बारिश के कारण कुएं का निर्माण पूरा नहीं हो सका था। शीर्ष पर 20 फीट की ऊंचाई के साथ 50 फीट गहरे कुएं का निर्माण छल्ले डालकर किया गया था। ठेकेदार अमोल टेंभेरे (43) ने आज चौथी रिंग डालने का काम शुरू किया। युवक पंकज खडतकर (28), मयूर टेंभेरे, मनोज टेंभेरे और गणेश वराभे के साथ अमोल काम कर रहे थे, तभी कुएं का दक्षिणी हिस्सा अचानक गिर गया। अमोल दशरथ टेंभेरे (40) और पंकज प्रभाकर खडतकर (28) दोनों मलबे में दब गए। कलोडे ले आउट सिंदी (रेलवे) की मौके पर ही मौत हो गई। वरभे परिवार के पिता लडका, मयूर और मनोज टेम्ब्रे सौभाग्य से हादसे में बाल-बाल बच गए। उक्त घटना बुधवार दोपहर तीन बजे की है। हादसे की सूचना मिलते ही थानेदार चंद्रशेखर चकाते अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। हालांकि, मलबे के नीचे काफी पानी होने और सीमेंट स्लैब के गिरने के कारण शव को बाहर निकालना संभव नहीं है, पी.एन. चाकाते ने कहा। इस बीच तलाठी मंजूशा नागुलवार और पुलिस पाटिल ने समुद्रपुर तहसीलदार राजू रणवीर को मौके पर बुलाया। खबर लिखे जाने तक साधारण पंचनामा भी संभव नहीं लग रहा था आगे की जांच सिंधी पुलिस व समुद्रपुर राजस्व अधिकारी द्वारा की जा रही है।