अहमदाबाद। गुजरात में गणपति विसर्जन के बीच राज्य के दो जिलों में पथराव और बवाल की घटनाएं सामने आई हैं। राज्य में 24 घंटे के अंदर दो घटनाओं ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पहली घटना वडोदरा जिले के सावली में आने वाले जंबुसर गांव में हुई. आरोप है कि वहां पर मुस्लिम समुदाय की तरफ से पत्थर फेंके जाने के बाद शांति व्यवस्था भंग हुई।
दूसरी घटना नर्मदा जिले में बजरंग दल की शौर्य यात्रा पर पथराव की घटना सामने आई है। पथराव की यह घटना महाराष्ट्र की सीमा से सटे जिले के सेलाम्बा गांव में हुई। आरोप है कि मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा पथराव किया गया। इसके बाद एक-दो दुकानों में आग लगाने की घटना भी हुई। सूचना पर पुलिस के अलावा अफसर पहुंचे और स्थिति को संभाला, फिलहाल वहां पर पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई है।
दोनों जिलों में फोर्स की तैनाती
गणपति विर्सजन और बजरंग दल की शौर्य यात्रा के दौरान पथराव और बवाल की घटनाओं के बाद पुलिस बल की तैनाती की गई है। वडोदरा के सावली तहसील के जंबुसर गांव के धार्मिक स्थल से पत्थर फेंके जाने के वीडियो अब वायरल रहे हैं तो वही नर्मदा जिले के सेलांबा में हुई पथराव की घटना में नया ट्विस्ट आया है। जिले के विधायक और आम आदमी पार्टी नेता चैतर वसावा एक वीडियो में पुलिस अधिकारी से कहते हुए दिख रहे हैं कि बिना परमीशन के शौर्य यात्रा कैसे निकली? हिंदू संगठनों के मीडिया को दिए गए मैसेज के बारे में पहले से सूचित किया गया था। विधायक की इस बात पर पुलिस अधिकारी हां में हां मिलाते दिख रहे हैं। विधायक का दावा है कि जानबूझकर सैलांबा में दूसरे समुदाय को उकसाया गया। इसके बाद स्थिति बिगड़ी।
वीडियो के आधार पर जांच
वडोदरा के मंजूसर गांव में गणेश विसर्जन के दौरान 2 गुटों में झड़प की घटना भी सामने आई है। पुलिस अब वीडियो फुटेज को कब्जे में लेकर जांच कर रही है। मंजुसर गांव के वाघेला पालिया इलाके में दो गुटों के बीच झड़प हो गई। इसमें पथराव भी हुआ था। तो वहीं नर्मदा जिले के सेलांबा गांव में अभी तनाव है, हालांकि पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने जायजा लिया है। कुछ दिन पहले खेड़ा जिले ठासरा कस्बे में शिवजी की सवारी पर पथराव की घटना सामने आई थी।
डीजीपी ने कहा, राज्य में शांति
दो जिलों में पथराव की घटनाओं पर राज्य के डीजीपी विकास सहाय ने बयान जारी किया है। विकास सहाय ने कहा है कि पूरे राज्य में शांति है। जो भी घटनाएं हुई हैं, वे बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं हैं। सीसीटीवी की जरिए उप्रदवियों की पहचान की जा रही है।
Saturday, November 23, 2024
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