आजादी के 75 वें अमृत महोत्सव के तत्वाधान में सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं निरंकारी राजपिताजी के पावन कर कमलों द्वारा आज अमृत परियोजना के अंतर्गत स्वच्छ जल स्वच्छ मन का शुभारंभ यमुना नदी तट पर किया गया उसके साथ ही सतगुरु माता जी के पावन आशीर्वाद से यह परियोजना समूचे भारतवर्ष के 1100 से अधिक स्थानों में विशाल रूप से एक साथ आयोजित की गई।
बाबा हरदेव सिंह जी की शिक्षाओं से प्रेरणा लेते हुए संत निरंकारी मिशन द्वारा निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी के दिव्य निर्देशन में अमृत परियोजना का आयोजन हुआ।
इस परियोजना का शुभारंभ करते हुए सतगुरु माता सुदीक्षा जी ने जल की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि परमात्मा ने हमें जो यह अमृत रूपी जल दिया है तो हम सभी का कर्तव्य बनता है कि हम सब उसकी संभाल करें ।स्वच्छ जल के साथ मनों का भी स्वच्छ होना अत्यंत आवश्यक है ।
इस परियोजना के अंतर्गत हिंगनघाट के वना नदी तट परिसर की सफाई की गई ।इस अवसर पर संत निरंकारी मंडल के मुखी महात्मा घनश्यामदास जी,अतिथि के रूप में प्रेम बाबू बसंतानी पूर्व नगराध्यक्ष, पत्रकार संघ के अध्यक्ष किरण वैद्य बना नदी संवर्धन समिति के अध्यक्ष रूपेश राजूरकर उपस्थित थे। प्रमुख अतिथि प्राध्यापक किरण वैद्य ने नदी तट परिसर की के सफाई अभियान को उमदा कार्य बताया तथा निरंकारी मिशन के समर्पित सेवाओं की सराहना की ।रुपेश राजूरकर ने सबको संदेश देते हुए कहा कि जहां से हमें जल मिलता है उसको स्वच्छ रखना हमारा कर्तव्य है। मुखी महात्मा ने सबका आभार मानते हुए कहा कि यह हमारे सतगुरु माता सुदीक्षा जी की शिक्षा है कि किसी भी प्रकार का प्रदूषण हो उसे दूर करना है इसलिए यह स्वच्छ जल स्वच्छ मन अभियान आयोजित किया गया है।कार्यक्रम का संचालन श्री बलराम मिहानी ने किया।
इस अवसर पर नगरपालिका के विशाल ब्राह्मणकर, अशोक मोरे, प्राध्यापक खड़से,डॉक्टर नाखले,श्री रघाटाटे, महेश अग्रवाल विशेष रूप से उपस्थित रहे ।नगर पालिका स्टाफ द्वारा भी सहयोग किया गया।
संत निरंकारी मिशन के सेवादल इंचार्ज किशोर जेसवानी के मार्गदर्शन में इस अभियान को सफल बनाया गया।