डा. बाबासाहब आंबेडकर जब उच्च शिक्षा के लिए विदेश में थे तब आई रमाई को काफी कष्ट उठाना पडा। उन्हें बहुत कम खर्च में घर चलाना पडता था। छोटे-छोटे कार्य में बचत कर घर चलाकर डा. बाबासाहब आंबेडकर ने विदेश जा रे उच्च शिक्षा हासिल की। इसलिए बाबासाहब की उच्च शिक्षा में रमाई का महत्वपूर्ण योगदान है। ऐसा प्रतिपादन अधि. सुलेखा कंुभारे ने रमाई की 125 वीं जयंती निमित्त आयोजित कार्यक्रम में किया। विश्वविख्यात ड्रैगन पैलेस टेम्पल के सभागृह में आई रमाई की प्रतिमा पर अधि. सुलेखा कुंभारे के हाथों माल्यार्पण कर अभिवादन किया गया। इस अवसर पर ओगावा सोसायटी, हरदास शैक्षणिक व सांस्कृतिक संस्था, ड्रैगन पैलेस टेम्पल, दादासाहब कुंभारे बहुउद्देशीय प्रशिक्षण केंद्र के पदाधिकारी, धम्मसेवक-धम्मसेविकाओं ने भी रमाई की प्रतिमा पर पुष्प् अर्पण कर अभिवादन किया। इस अवसर पर राजेश शंभरकर, सुशिल तायडे, चंदु कापसे, महेंद्र मेंढे, भिमराव आले, नरेश बावनकुले, विक्की मेश्राम, शशिकला मेश्राम, मंदा लोणारे, वंदना कांबले, सुनिता पाटील, भूमिका लोणारे, कल्पना श्रावणे, संगिता मानवटकर, सुलभा बोरकर, विमल लोणारे आदि उपस्थित थे।
बरिएमं ने दी मानवंदना
बहुजन रिपब्लिकन एकता मंच की ओर से मंगलवार को प्रभाग 15 में आई रमाई की 125 वीं जयंती निमित्त प्रतिमा पर माल्यार्पण कर मानवंदना दी गई। इस अवसर पर बहुजन रिपब्लिकन एकता मंच अजय कदम, उदास बंसोड़, सुभाष सोमकुवार, दिपंकर गणवीर, मनीष डोंगरे, अनुभव पाटिल, शरद रहाटे, नारायण नितनावरे, राजू भागवत, मनोहर गणवीर, प्रशांत नागदेवे, बंटी रामटेके, मीना रामटेके, विक्की तांबे, रजनी गजभिये, रेखा पाटील सहित बरिएमं के कार्यकर्ता उपस्थित थे।