कौशल विकास पहल के तहत लगभग एक करोड़ 46 लाख उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया गया है। प्रशिक्षण लेकर जीवन स्तर में आए बदलाव के अनुरूप सर्वे कराकर सकारात्मक परिणाम सामने लाए जाएं। सांसद सुनील मेंढे ने संसद में यह भी मांग की कि कम उम्र में माध्यमिक स्तर पर उच्च गुणवत्ता वाली व्यावसायिक शिक्षा को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए।
सांसद मेंढे ने पूछा कि क्या सरकार ने इस संबंध में कोई सर्वेक्षण कराया है।संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है और भंडारा गोंदिया लोकसभा क्षेत्र के सांसद सुनील मेंढे ने इस संबंध में सवाल उठाया। सांसद ने यह भी सुझाव दिया कि माध्यमिक स्तर पर व्यावसायिक शिक्षा को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक लोगों को कौशल विकास प्रशिक्षण मिल सके। सांसद ने यह भी कहा कि ऐसा करके व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा दिया जा सकता है और स्कूलों से ही व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त की जा सकती है और एक अर्थ में रोजगार की समस्या को दूर किया जा सकता है। सांसद के सवाल का जवाब देते हुए कौशल विकास राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि कोरोना से पहले तक कौशल विकास प्रशिक्षण लेने वाले व्यक्तियों का सर्वे किया जा रहा है। हालांकि कोरोना की वजह से यह संभव नहीं हो पाया था। उन्होंने कहा कि फिर से सर्वेक्षण कराने का निर्णय लिया जाएगा। मंत्री महोदय ने माध्यमिक स् तर से व् यावसायिक शिक्षा पाठ्यक्रम को शामिल करने के सुझावका स्वागत किया और यह भी स्पष्ट किया कि इस संबंध में सकारात् मक निर्णय लिया जाएगा।
सांसद सुनील मेंढे द्वारा उठाए गए इस सवाल से कौशल विकास पहल के तहत प्रशिक्षित किए जा रहे अभ्यर्थियों की वास्तविकता की सकारात्मक तस्वीर सामने आएगी और इसमें कोई संदेह नहीं है कि माध्यमिक स्तर से इस तरह के पाठ्यक्रम को शामिल करने से निश्चित रूप से स्कूल स्तर से ही एक कुशल छात्र पैदा होगा।