स्व-वित्तपोषित स्कूलों की फसल आ रही है। इसलिए मराठी स्कूलों को तोड़ने का उद्योग चल रहा है। शिक्षकों के लाखों पद रिक्त हो गए हैं। इसकी वजह से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रभावित हो रही है। विदर्भ हेडमास्टर एसोसिएशन के सचिव सतीश जगताप ने कहा कि स्वाभाविक रूप से स्कूलों का माहौल तनावपूर्ण हो रहा है। भंडारा जिला प्रधानाध्यापक संघ की बैठक भंडारा के नूतन कन्या विद्यालय में हुई। सतीश जगताप उस बैठक में बोल रहे थे। बैठक की अध्यक्षता महाराष्ट्र राज्य प्रधानाध्यापक संघ के अध्यक्ष मरोती खेड़ीकर ने की। विदर्भ मुख्याध्यापक एसोसिएशन मंच पर कार्याध्यक्ष अशोक पारधी, भंडारा जिला मुख्याध्यापक संघके अध्यक्ष राजकुमार बालपांडे, सेवानिवृत्त मुख्याध्यापक संघाके सचिव जी. एन. टीचकुले, नागपुर जिल्हा मुख्याध्यापक संघाके मार्गदर्शक यशवंत डोंगरे इनकी उपस्थिती थी। सरस्वती माता के बैठक की शुरुआत प्रतिमा प्रज्ज्वलन और दीप प्रज्ज्वलन से हुई। सतीश जगताप ने कहा कि प्रधानाध्यापक संघ ने स्कूल पोषण आहार को लेकर प्रधानाध्यापकों के खिलाफ 12,000 गतिविधियों को रोक दिया है और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि स्कूल पोषण आहार के आगामी ऑडिट में कोई कार्रवाई न की जाए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए लड़ाई जारी है कि बख्शी समिति की एक पीठ प्रकाशित हो और स्कूलों के सेट की मान्यता के मुद्दों को हल किया जाएगा। इस मौके पर विदर्भ हेडमास्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक पारधी ने कहा कि हेडमास्टर्स की टीम ने काफी काम किया है। राजू बालपांडे इन्होंने, मुख्याध्यापक विभिन्न संगठनों को भूलकर प्रतिनिधि को निर्वाचित हो के जाये। सभा अध्यक्ष मरोती खेड़ीकर ने कहा कि विदर्भ हेडमास्टर एसोसिएशन का चुनाव जल्द होगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानाध्यापक संघ का राज्य सम्मेलन आयोजित किया जाएगा और प्रधानाध्यापक संघ को एकजुट होकर लड़ना चाहिए। इस समय यशवंत डोंगरे, जी. एन. टीचकुले, कुंदा गोडबोले इनके भी भाषण हुआ। बैठक की अध्यक्षता भंडारा जिला प्रधानाध्यापक संघ के सचिव राजू बांतेने की। संचालन और धन्यवाद भंडारा तालुका हेडमास्टर एसोसिएशन के सचिव सुनील घोल्लर ने दिया। सभेला प्रदीप मुटकुरे, प्रमोद धार्मिक ,रेखा भेंडारकर, अर्चना बावणे, सुनीता तोडकर, छाया भुयारकर, अनमोल देशंपाडे, मनीष वंजारी, प्रवीण गजभिये, सेवक मने, एच. के. केलवदे, अशोक परिहार, एस. डी. आरिकर, बी. एन. अंबादे , ए. एच. चेटूले, बी. डी. डोंगरवार, राधेश्याम धोटे, गोपाल बुरडे, राजू भोयर, गौरीशंकर सलामे, वीपीन रायपूरकर, विलास जगनाडे, आर. पी. लांडे, विजय देवगिरीकर, आर. एच. हारगुडे आदी तालुका प्रतिनिधी, कौन्सिलर आदी उपस्थित थे।