तहसील का क्रीड़ा संकुल इन दिनों सुविधाओं के अभाव में अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है यहां स्थित सामग्रियां टूट-फूट हो गई है साथ ही व्यायाम संबंधित अधिकतर मशीनें बंद पड़ी है परंतु जिला क्रीड़ा विभाग यहां नई सामग्रीया उपलब्ध कराने में रुचि नहीं ले रहा है ऐसे में तहसील के युवा निराश हैं यहां नई सामग्री उपलब्ध कराने की मांग युवाओं द्वारा की जा रही है।
गौरतलब है कि शहर में हमेशा ही मैदान की कमी रही है यहां के युवाओं में टैलेंट की कोई कमी नहीं है जिसमें अनेक खेलों में युवा स्टेट लेवल व नेशनल लेवल तक जा चुके हैं ऐसे में क्रीड़ा संकुल का शहर में उपलब्ध होना बेहद था परंतु यहां दुर्भाग्य से गोरेगांव तहसील का क्रीड़ा संकुल शहर से 2 किलोमीटर दूर बनाया गया है जो बनने से लेकर आज तक हमेशा चर्चा में ही रहा है यहां जिला क्रीड़ा विभाग की लापरवाहीयो से क्रीड़ा संकुल के बेहाल है देखभाल के अभाव के चलते क्रीड़ा संकुल के मैदान में भारी पैमाने पर पानी का जलजमाव है साथ ही मैदान के भीतर मवेशीयो का बसेरा है। इमारत के चारों ओर तरह-तरह की गंदगी भरी पड़ी है इतना ही नहीं तो यहां खेलकूद संबंधित अधिकतर सामग्रीया टूट-फूट होकर बेकार पड़ी हैं। शारीरिक व्यायाम संबंधित मशीनें वर्षों से बिगड़ी अवस्था में है परंतु जिला क्रीड़ा विभाग इनकी दुरुस्ती पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। गोरेगांव शहर से बड़ी संख्या में युवा हिरडामाली क्रीड़ा संकुल जाते हैं। परंतु अक्सर कीड़ा संकुल का मुख्य द्वार बंद रहता है यहां चौकीदार उपलब्ध नहीं रहता है ऐसे में युवा खिलाड़ी निराश हो रहे हैं लाखों की नीधी से तैयार किया गया। क्रीडा संकुल केवल नाम का रह गया है ऐसे में क्रीड़ा संकुल में खेलकूद संबंधित सामग्री उपलब्ध कराने की मांग युवा वर्ग द्वारा उठाई जा रही है।