जश्ने-ईद-मिलादुन्नबी के मुबारक मौके पर पवनी में अकीदत के साथ जश्न मनाया गया। शहर में सभी मस्जिदों की शानदार सजावट की गई और रस्तो पर विभिन्न लाइटिंग लगाकर रोशनाई की गई। मोहम्मद साहब के पैदाइश के मुबारक मौके पर मस्जिदों के साथ ही बड़ी संख्या में लोगों ने अपने घरों को सजाकर जश्न मनाया इस खास दिन को लेकर कई दिनों से चल रही तैयारियों के बीच शहर के मुस्लिम समुदाय के लोगो में उत्साह का माहौल था।
मक्का शहर में 571 ईसवी को पैगम्बर साहब हजरत मुहम्मद सल्ल. का जन्म हुआ था। इसी की याद में ईद मिलादुन्नबी का पर्व मनाया जाता है। हजरत मुहम्मद सल्ल. ने ही इस्लाम धर्म की स्थापना की है। आप हजरत सल्ल. इस्लाम के आखिरी नबी हैं, आपके बाद अब कायामत तक कोई नबी नहीं आने वाला नही।
जश्ने-ईद-मिलादुन्नबी के अवसर पर जामा मस्जिद सें जुलुस निकाला गया। इस जुलुस में हजारों मुस्लिम भाई शामिल हुए और धूम-धाम के साथ सभी नए कपडे पहनकर जुलुस में शामिल हुए। जुलुस में सभी के हाथ में हरा झंडा के साथ तिरंगा भी लहरता दिखा और देशप्रेम की गवाही दी और अमन के लिए अपने खुदा को याद कर रहे थे। जुलुस का कई नेता ,संघटन ने स्वागत कर मिठाई वितरित की और बधाई दी। सभी मुस्लिम भाइयों ने एक-दूसरे से हात मिलकर मोहम्मद साहब के पैदाइश के मुबारक दी।
रैली का समारोप जामा मसजिद में फाहातेख़ानी के सात हुआ और आम लंगर तकसीम हुवा ।
अंजुमन अरबी मदरसा के जानीब
से शांती,अमन और भाईचरा और इस्लाम धर्म के तत्व जो हजरत मुहम्मद सहाब के संदेश के पत्रक हातो मे लिये संदेश आम किया।