मौजा वानडोंगरी (रिठी), कान्होलीबारा में सरकारी भूमि पर एक ट्रस्ट द्वारा अवैध रूप से कब्जा और निर्माण किया गया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी कान्होलीबारा द्वारा पूर्व मंत्री ररमेशचंद्र बंग के नेतृत्व में कलेक्टर विपिन इटनकर से मांग की गई थी कि उस सरकारी भूमि पर से अतिक्रमण राजस्व अधिनियम 50 के तहत हटाया जाए। ज्ञापन में कान्होलिबारा के मौजा वानाडोंगरी (रिठी) कन्होलीबारा प. ह. नं.68 क्र 32/32 कुल क्षेत्रफल 15.81 हेक्टेर यह भूमि खड़क पहाड़ है और महाराष्ट्र सरकार के नाम पर पंजीकृत है। शिव टेकड़ी महादेव मंदिर ट्रस्ट और मेघराज ताजने अवैध रूप से उस भूमि पर कब्जा कर लिया है और हिंगाने के तत्कालीन तहसीलदार के परामर्श से एक पत्र तैयार किया गया है और उक्त भूमि पर अन्य अधिकारों में शिव टेकड़ी महादेव मंदिर के रूप में दर्ज किया गया है जो कि अवैध है और सरकार को गुमराह किया गया है। इसी प्रकार उक्त न्यास सामाजिक वानिकी विभाग के सहयोग से उक्त शासकीय भूमि की अवैध रूप से गणना करने का प्रयास कर रहा है। उक्त ट्रस्ट बाहरी है और गाव के नागरिकों का इससे कोई लेना-देना नहीं है। ट्रस्ट की हेकेकोर नीति के कारण स्थानीय किसानों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। ट्रस्ट किसानों के खेतों में सड़कों को बंद करने की कोशिश कर रहा है और सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण कर रहा है जो पूरी खड़क पहाड़ है। उसके लिए अनाधिकृत ट्रस्ट पिछले दस वर्षों से सरकार के पर्यटन कोष का दुरुपयोग कर रहा है। राकांपा कन्होलीबारा और क्षेत्र के किसानों ने कलेक्टर को बयान देकर मांग की कि इसे तत्काल रोका जाए और उक्त जमीन पर से अतिक्रमण हटाया जाए। बयान देने वाले प्रतिनिधिमंडल में हनुमंत दुधबले, गजानन बुंदे, अविनाश येलुरे, भारत येलुरे, मनोहर आदमने, पुरुषोत्तम आदमने, अनिल येलुरे आदि सहित क्षेत्र के किसान मौजूद थे।