महावितरण की बिजली आपूर्ति सेवा में लगातार उत्पन्न हो रही है जिस वजह से त्यौहार और उत्सवों का मजा किरकिरा हो रहा है। इस बात के मद्देनजर मंगलवार को दिग्रस शिवसेना ने महावितरण कार्यालय पहुंच कर दिये और मोमबत्तियां जला कर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में उपस्थित शहर तथा तहसील शिवसेना के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने दिग्रस महावितरण के उप कार्यकारी अभियंता को ज्ञापन सौपते हुए बार बार खंडित हो रही बिजली की समस्या से अवगत कराया। इस मौके पर सौपे गए ज्ञापन में बताया गया कि हाल ही में संपन्न हुई शांतता समिति की बैठक में आगामी उत्सव और त्योहारों के मद्देनजर महावितरण को अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करने के।लिए पहले ही आगाह किया गया था। बावजूद इसके दुर्गोत्सव के पहले दिन बार बार बिजली खंडित कर महावितरण ने अपनी लापरवाही का प्रदर्शन किया। जिससे नाराज शिवसैनिको ने महावितरण के कार्यालय में पहुंचकर दिए जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान शिवसैनिको ने हाल ही में शुरू हुए दुर्गोत्सव सहित आगामी ईद ए मिलाद जैसे धार्मिक त्योहारों का हवाला देते हुए महावितरण को बार बार खंडित हो रही बिजली की समस्या से शहरवासियों को निजात दिलाने की मांग की। इस दौरान ज्ञापन सौपते समय वरिष्ठ शिवसैनिक पूनम पटेल, अजिंक्य मात्रे, केतन रत्नपारखी, राहुल देशपांडे, यादव पवार, डॉ उत्तम राठोड, राहुल धुलधुले आदि पदाधिकारियों सहित बड़ी संख्या में शिवसैनिक शामिल थे। इस समय शिवसेना के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने महावितरण कार्यालय परिसर में नारे बाजी कर महावितरण को लापरवाह कार्यप्रणाली में सुधार करने की पुरजोर मांग की है। देखना होगा कि क्या महावितरण कार्यालय अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करता है या फिर बार बार खण्डित हो रही बिजली की समस्या त्योहार और उत्सव की रौनक और रंगत को अंधेरे के हवाले करती है।