शहर की मुख्य सड़कों पर आवारा पशुओं की बढ़ती उपस्थिति के कारण प्रमुख सड़कें चलने-फिरने के लिए संकरी होती जा रही हैं।
शहर के बाजार चौक, गडकरी चौक, गांधी पुतला, बस स्टँड, नागपुर रोड, तहसील कार्यालय क्षेत्र के मुख्य सड़क पर आवारा जानवरों के झुंड तथा सड़कों पर दौड़ना तथा रोजाना कीसी ना कीसी का हताहत होना कोई नई बात नहीं है। सड़क पर खड़े जानवर पूरी तरह से लावारीस है ऐसा नही इनमें से अधिकांश जानवर शहर के नागरिकों के हैं और यह एक निश्चित है कि कई परिवारों का भरण-पोषण उन जानवरों पर निर्भर करता है, दिनभर शहरकी सडको पर लगनेवाली सागभाजी की दुकाने हाँटेल टपरीयोकी जुठन आदीसे पेट भर ये जानवर शामकोअपने घर लौट जाते हैं और जानवरों के मालिक द्वारा उनका दूध निकलने के बाद उन्हे चारे और पानी की व्यवस्था किए बिना फीर शहरकी सडकोपर खदेडे जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि भूखे जानवर बाजारों सहित शहर की मुख्य सड़कों पर घूमते रहते है। जिसके कारण वे गृहस्थों की नुकसान भी पहुँचा जाते है। कई बार नगर प्रशासन ने इन आवारा जानवरों को पकड़ने जुर्माना वसुलने तक के उपाय किए हैं, लेकिन पशु मालिकों के दबंगाई के कारण छोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है। आवारा जानवरों को मुख्य सड़कोंसे तुरंत हटाने की मांग नागरिक कर रहे हैं साथ ही जो पशु मालीक अपने पशुओको लावारीस छोडते है उनपर अपराधों दर्ज किया जाए।
जल्द ही उपाययोजना कर सडके पशु मुक्त कराने कटिबद्ध- मुख्याधिकारी
इस विषय पर सावनेर नगर पालीका की मुख्याधिकारी हर्षला राणे से हमारे स्थानिय संवाददाता ने बात करनेपर उन्होने बताया की शहर की सडकोपर घुम रही आवारा मवेशीया तथा पुशु पालकोपर कडी कारवाई के प्रावधान है तथा ईस कार्य के लिए निजी संस्थाओ के आवेदन मंगाने की प्रक्रीया जारी है. आनेवाले कुछ दिनो में सारी प्रक्रिया पुर्ण कर उसे क्रीयांनवीत कर शहरकी सडके आवारा पशुओ से मुक्त कराने हेतू नगर प्रशासन कटीबध्द होने की बात पुरे विश्वास से कही।