गत 20 वर्षों से सभी दुकानदार वाडी क्षेत्र में अमरावती हाईवे पर विभिन्न दुकानें लगाकर अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए स्वरोजगार का सृजन कर अपना पेट भर रहे हैं. लेकिन पिछले 2 साल से हमारा धंधा कोरोना के कारण बंद था, ऐसे में इन सभी दुकानदारों की आर्थिक स्थिति खराब हो रही थी.अब ये व्यवसाय कर अपना जीवन यापन कैसे कर सकते हैं, इसमें चूंकि हाईवे पर फ्लाईओवर ब्रिज का निर्माण बाधित हो रहा है. यातायात, नगर परिषद ने जबरन दुकानों को क्षतिग्रस्त कर अतिक्रमण हटाया, लेकिन अब सभी दुकानदारों के परिवारों के जीवन यापन के लिए जलती हुई समस्या खड़ी हो गई है.एक ओर आप अपने क्षेत्र के विक्रेताओं को व्यवसाय के लिए बैंक से ऋण उपलब्ध करा रहे हैं और दूसरी ओर उन्हीं दुकानों को बंद कर अगले सप्ताह भुगतान कैसे करेंगे? यह समस्या सभी दुकानदारों को हो रही है. 7 साल पहले नगर परिषद के माध्यम से यह आश्वासन दिया गया था कि सभी दुकानदारों को या तो वैकल्पिक स्थान उपलब्ध कराया जाएगा या फिर परिसर बाजार का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए एनपी ने मांग की है कि वाडी क्षेत्र में एक जटिल बाजार बनाकर दुकानदारों को उचित स्थान उपलब्ध कराने के लिए तत्काल कार्रवाई की जाए. दुकानदारों की इस गंभीर समस्या पर तत्काल ध्यान देकर इस समस्या का शीघ्र समाधान करने का अनुरोध किया गया और वाडी ग्राम पंचायत विगत 20 वर्षों से अस्तित्व में होने के बावजूद ग्रा. पं. दुकानदारों ने वैकल्पिक जगह की मांग की थी. लेकिन इस समस्या की उपेक्षा के कारण आज दुकान मालिक मुश्किल में है. दुकानदारों ने अनुरोध किया कि वाडी एन.पी. प्राचार्य डॉ. विजय देशमुख ने किया है. बयान देने के दौरान समाजसेवी नानाभाऊ चव्हाण, प्रेम सिंह पुरखे, शब्बीर भाई, अजय यादव, विनोद कोंधवे, सुनील वानखेड़े, मोसिम भाई, अमर बावने समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद थें.
– इस समय मुख्य अधिकारी ने आश्वासन दिया कि नगर परिषद के अंतर्गत एक जटिल योजना का प्रावधान है, जिसमें वाडी की जनसंख्या के आधार पर नगर परिषद वाडी में 650 रेहड़ी-पटरी वालों को पंजीकृत कराने की योजना है, जिसमें से 400 रेहड़ी-पटरी वालों का पंजीयन किया गया है. 650 रेहड़ी-पटरी वालों का जल्द से जल्द पंजीकरण हो तो मै रेहड़ी-पटरी वालों के परिसर का प्रस्ताव शासन को भिजवाकर प्रस्ताव को मंजूरी दी जाएगी ऐसा आश्वासन दिया.