खापरखेड़ा क्षेत्र में पिछले साल की तुलना में इस साल फूलों की माला के दाम दोगुने हो गए हैं। एक तरफ तो यह तय है कि आने वाले विभिन्न त्योहारों के दौरान फूलों की मांग बढ़ेगी। जैसा कि वर्तमान में गणेशोत्सव के दौरान ही मालाओं की भारी मांग है। इस बढ़ती मांग के कारण फुल मालाओं की कीमत आसमान छू गई। स्थानीय फूल माला दुकानदारों ने महसूस किया की त्योहार सीजन के दौरान ये बढ़ी हुई कीमतें जारी रहेंगी। त्योहार के मौके पर फूलों की कीमतों में श्रावण पर्व की तुलना में चालीस से साठ फीसदी तक का इजाफा हुआ। इसमें मोगरा, गेंदा, शेवंती, गुलाब, अष्टर फूल (काठिया शेवंती), निशिगंधा, विली जैसे विभिन्न फूल शामिल हैं। आठ से दस फूलों से बनी एक माला की कीमत फिलहाल 50 रुपये से शुरू हो गई। गणराय की पूजा के लिए प्रतिदिन दस दिनों तक माला की आवश्यकता होती है, इसलिए फुल हारमाला कीमतों में वृद्धि हुई। पिछले दो साल में कोरोना का संकट था। तब माला-फूल की मांग नहीं थी। इस साल तमाम पाबंदियों में ढील दिए जाने के साथ ही बाजार में भी दुकानों की भरमार है। बाजार में गेंदा, शेवंती, गुलाब, अष्टार फूल के दाम बढ़ने से नागरिकों की जेब ढीली हो रही है। इस साल गेंदा 120 रुपये किलो, शेवंती 280 रुपये किलो, अष्टार फूल 400 रुपये किलो, गुलाब 300 रुपये किलो, निशिगंधा 500 रुपये किलो, विली 100 रुपये किलो बिक रही। तो दुकानदार को इस मूल्य वृद्धि के साथ ग्राहकों की मांग के बारे में सोच में आ गए
पिछले साल गणेशोत्सव दौरान कोरोना की वजह से फूल हारों की मांग कम हुई थी। लेकिन इस साल कोरोना मुक्ति से फुल हारों की मांग में बढ़ोतरी हुई। जिससे फुल मार्केट में फूलों के दाम भी दुगुना बढ़ जाने की बात साई फुल भंडार के दुकानदार अश्विन मडकवार ने की।