वर्धा जिले में पाच दिन से बरसात ने कहर ढाया। इस भारी बारिश से जनजीवन उद्धवस्त हुआ। शेकडो गांव का संपूर्ण तुटा। इसके साथ हिंगणघाट तालुका के बोपापुर के लोगो के घर में पानी घुसने से वहा के नागरिक को का जन जीवन उद्वस्त हुआ। उनके घर का अनाज किराना बर्तन बह गए। इतनी भारी बरसात और बाढ़ 25-30 साल बाद आई। लेकिन 1994 के बाढ ग्रस्त परिवारोका पुनर्वसन करके उन्हे स्थायी पट्टे देने की मांग फिर से की गई है। राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी के प्रदेश सरचिटणीस’अतुल वंदिले’ को इस मांग के लिए गुहार लगाई गई।
प्रसंग पर राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी के प्रदेश सरचिटणीस अतुल वांदिले के साथ पुर्व पार्षद प्रलय तेलंग, जिला सरचिटणीस दशरथ ठाकरे, युवक काँगेस के अध्यक्ष राहुल वानखेडे, राजू गंधारे, प्रशांत घवघवें, अविनाश पाटील वाघ, ग्रा.सदस्य अभिजित पाटील दौलतकर, मुक्ताबाई तिघरे, नारायन टेकाम, शामरावजी वाढरे, अनिल वैद्य विलास तिघरे, राजू आत्राम गाव के बाढ ग्रस्त नागरिक, राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्ष के पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।