तुमसर तालुका में ग्रामीण क्षेत्रों के गांवों में बड़ी मात्रा में कूड़े के ढेर लगे रहते हैं, समय के साथ उस कूड़े के ढेरों की बदबू नागरिकों की बीमारी को प्रभावित करती है।
समय रहते कूड़े का निस्तारण न होने से गांव में काफी अफरा-तफरी का माहौल है। पी द्वारा योजना के अभाव में गांव में जमा कचरा नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। बरसात के मौसम में इन्हीं कूड़े के ढेरों से मच्छर पैदा होते हैं और डेंगू मलेरिया निमोनिया डायरिया बुखार से ग्रसित होकर कई बीमारियों का कारण बनता है। तालुका की कई ग्राम पंचायतों में गांव में ही सही जगह पर गंदगी के ढेर जमा होने से क्षेत्र बदबूदार है। दूषित पानी, ब्लीचिंग पाउडर के उपयोग में डूबे गांव के गदर नालों की सफाई की कोई योजना नहीं होने के कारण देखा जा रहा है कि ग्राम प्रशासन के प्रतिनिधियों द्वारा मानसून से पहले स्वच्छता के किसी मुद्दे को लागू नहीं किया जा रहा है।
नतीजतन कई गांवों में कचरा और गंदगी एक ही हालत में नजर आती है, गांव में कोई भी अभियान नियमित रूप से चलाया जाता है ताकि हमारे गांव को साफ और सुंदर बनाया जा सके। गांव न होने के कारण नागरिकों को गांव में कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.सही जगह कुछ गांवों में एक दिवसीय स्वच्छता अभियान चलाकर दिखावे के साथ ही पुरस्कार भी प्राप्त किया जा रहा है।
इसलिए प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के लिए ध्यान देने की आवश्यकता है कि गांव की स्थिति समय के साथ-साथ दिखती है और जीएपी द्वारा नियमित रूप से स्वच्छता अभियान चलाया जाना चाहिए। ग्रा. प. स्वच्छता की निगरानी में समय पर योजना बनाने की मांग की जा रही है।