ग्राम पंचायत चुनाव में सरपंच का चुनाव सीधे जनता से किया जाएगा, यह निर्णय राज्य सरकार के द्वारा लिया गया है, इस निर्णय की घोषणा राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के द्वारा की गई, जिसके बाद चुनाव लडने वाले भावी सरपंचों में हर्ष की लहर दौड़ गई है। राज्य की 12000 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों में अब सरपंच का चुनाव सीधे जनता के द्वारा किया जाना तय हो गया है। इस आशय की घोषणा राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के द्वारा पत्रकार परिषद में दी गई है। इस निर्णय के बाद अब पारशिवनी तहसील अंतर्गत आने वाले समय में होने वाले 27 ग्राम पंचायत के सरपंच चुनाव अब सीधे जनता के द्वारा किया जाना तय हो गया है। ज्ञात हो कि पूर्व की युति सरकार के द्वारा सरपंच चुनाव सीधे जनता द्वारा करने के आदेश को महाविकास आघाड़ी सरकार के द्वारा बदल दिया गया था। जिसमें राज्य में सत्ता परिवर्तन होने के साथ ही सरपंच चुनाव सीधे जनता द्वारा होने के कयास लगाए जा रहे थे, जिसमें पूर्व उर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुडे के द्वारा भी राज्य सरकार को सीधे जनता द्वारा सरपंच चुनाव करने का आवेदन किया गया था। सरकार के इस आदेश के बाद अब सरपंच चुनाव को लेकर भावी सरपंचों को नये तरीके से चुनावी योजना बनानी पड़ेगी, जिसमें धनबल एवं बाहुबल का बड़े पैमाने पर प्रयोग होना तय हो गया है। ज्ञात हो कि पारशिवनी तहसील अंतर्गत टेकाडी कोयला खदान,कांद्री,गोंडेगांव, जुनी कामठी ग्राम पंचायत सहित कुल 27 ग्राम पंचायतों में अब सीधे जनता द्वारा चुने गए सरपंचों के द्वारा आने वाले समय में जनता के सहयोग से सरपंच की कुर्सी में दावेदारी की तैयारी शुरू हो गई है।