क्षेत्र में मंगलवार की सुबह 8 बजे से बुधवार की सुबह 8 बजे तक 225.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। मंगलवार की शाम करीब 5 बजे से दो घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त – व्यस्त कर दिया । अतिवृष्टि के कारण उमरेड के कई इलाके जलमग्न हो गए। फोरलेन मार्ग के किनारे बनीं नालियों में अन्य स्थानों के पानी की निकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण समस्या और बढ़ गई। बुधवार की सुबह तक साईंकृपा नगर में बनाई गई भूमिगत नालियों के चेंबर के ढक्कनों से पानी बाहर आ रहा था। वेकोलि परिसर के कई घरों में पानी घुस गया , जिसके कारण नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। उमरेड नगर परिषद के सीओ मंगेश खवले ने सहकर्मियों के साथ जलमग्न हुए इलाकों का दौरा किया। वेकोलि परिसर से बहने वाली आम नदी का जलस्तर भी काफी बढ़ गया था। तहसीलदार संदीप पुंडेकर के अनुसार बरसात की वजह से तहसील के 33 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। नांद बांध का पानी छोड़ने के कारण सिंगोरी तथा कलमना बेला से संपर्क टूट गया। फसलों के बारे में रिपोर्ट मंगवाई गई है। उमरेड तहसील के मकरधोकड़ा सर्कल में 122.6 मिमी , बेला 195.4 मिमी , पाचगांव 86.4 मिमी , हेवती 95.6 मिमी तथा सिर्सी सर्कल में 76.2 मिमी बारिश हुई है। क्षेत्र के कुछ बांधों से पानी छोड़ने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके कारण कुछ इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति की संभावना है। प्रशासन ने नागरिकों से सावधान रहने की अपील की है।