राज्य में तंबाखू, पन्नी बिक्री पर पाबंदी होने के बावजुद गीने-चुने पोलीस कर्मचारी से साठ-गाठ कर धडल्ले से बिक्री की जा रही है, जबकी सरकार ने जनता की सेहत पर होने वाले परिणाम को देखते हुवे तंबाखू और पर्यावरण को घातक पन्नी पर पाबंदी लगाइ गयी है। युवा पिढी मद्यपान से जादा खर्रा,घुटखा आदी खाते है लेकिन पाबंदी होने से पान ठेला चालक उचे दामो मे तंबाखू, घुटखा खरेदी करणे से घुटखा, खर्रा खाने वाले ग्राहको जादा दाम मे बेच रहे है। ग्रामीण भागो के मनसर, रामटेक, पवनी, देवलापार, नगरधन, अरोली, कोदामेडी, कन्हान में कामठी-कलमना मार्ग पर स्तिथ एक बडा व्यापारी घुटखा, तंबाखू पहूचा रहा है। कन्हान के आंबेडकर चौक स्तिथ पान मटेरिअल के दुकान से पान ठेला चालको को बिक्री की जा रही है, अब इन बडे व्यापारी को पुलीस नही पकड पा रही है। तो पान ठेला चालको को कार्यवाही करने की धमकी देकर फ्री मे खरा खा लेते है। ऐसा कुछ पान ठेला चालको ने नाम नही छपवाने की शर्त पर बताया है। यह बात भी है की कुछ पुलीस कर्मचारी भी खररे का शोक रखते है और जब गौर करे तो पोलीस तो साथ में खर्रा रखकर थाने मे ही खर्रा खाने की जुररत करने से पीछे नही रहते। विगत महीनो में पुलीस से अलग-अलग जगहो पर कार्रवाई कर लाखो का घुटखा पकडकर जप्त किया लेकिन जीन जगह पर पकडा गया वह छोटे व्यापारी थे उनके पीछे कामठी की बडी मछली को क्लीन चिट दी और प्रकरण से बहार रखा गया सबसे महत्व पूर्ण बात यह है की यह कामठी का व्यापारी पकडे जाने पर जमानत पर छुडाने का काम करता छुडाने के लिये लग्ने वाली लागत भी यही व्यापारी लगाता है जीस जगह पर पुलीस की धाड होती वह जगह बदल दी जाती है। कन्हान के आंबेडकर चौक की दुकान मालक का निवास स्थान गहू हिवरा रोड पर होने से कामठी का व्यापारी गहू हिवरा परिसर मे गोडाऊन में गुटखा रखता है इस पर पुलीस का मौन होना नागरिको मे चर्चा का विषय बना हुआ है। यही हाल प्लास्टिक पन्नी का सरकार से पर्यावरण की दृष्टी से पन्नी पर बंदी लगायी है। लेकिन कुछ व्यापारी पन्नी को चोरी-छुपे लाकर बेच रहे है एक सप्ताह पहले रात मे चार पहीया माल ढुलाई वाहन में कामठी-कन्हान में पहुचाने की जानकारी मिली है और अब धिरे-धिरे अलग-अलग समय में यह पन्नी बाजार में बिक रही है। जब पाबंदी लगायी गये गुटखा, तंबाखू, पन्नी की बाजार में बिक्री होगी तो पाबंदी लगाने से क्या होगा।