मुंबई। महाराष्ट्र के राजनीतिक उलटफेर के नौवें दिन राज्य की राजनीति में अप्रत्याशित भूकंप आया है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सबसे बड़ा फैसला लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उद्धव ठाकरे अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री नहीं रहे. सीएम ठाकरे ने फ्लोर टेस्ट से पहले ही इस्तीफा राज्यपाल कोश्यारी को सौंप दिया. बीजेपी और एकनाथ शिंदे के बागी गुट की ओर से बार-बार यह दावा किया जा रहा था कि 55 में से 39 विधायकों ने महा विकास आघाड़ी सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है. सीएम ठाकरे यह समझ में आया गया था कि जिस महाविकास आघाड़ी सरकार का वे नेतृत्व कर रहे हैं उसके पास इस वक्त बहुमत नहीं है. तमाम घटनाओं के बीच नैतिक रूप से वे अपने आपको मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने में असहज महसूस कर रहे थे. ऐसे में उन्हें इंतजार बस सुप्रीम कोर्ट के फैसले का था. सुप्रीम कोर्ट ने जैसे ही राज्यपाल के बहुमत परीक्षण के आदेश को सही ठहराया. उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा देने का फैसला ले लिया. इस्तीफा देने की घोषणा उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव के माध्यम से की. उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा,’ नंबर गेम का गेम खेलना ही नहीं है. जिस राज्यपाल को 12 एमएलसी की नियुक्ति का फैसला लेने में इतना वक्त लग गया. उसी राज्यपाल ने विपक्ष के नेता से मीटिंग के बाद 24 घंटे में फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दे दिया. मुझे अब तक शरद पवार और सोनिया गांधी का पूरा सपोर्ट मिला. मेरे अपनों ने ही मुझे धोखा दिया.’ ठाकरे ने अपनी फेसबुक लाइव में आगे कहा, ‘मैंने अपने कार्यभार की शुरुआत छत्रपति शिवाजी महाराज के रायगढ़ किले के जीर्णाोद्धार के लिए निधि देकर की थी. इसके बाद किसानों के कर्ज माफ किए. इन ढाई सालों में कोरोना से निपटने में भी कामयाबी पाई. लेकिन कहा जाता है ना जब सबकुछ अच्छा चल रहा होता है तो किसी की नजर लग जाती है, वही हुआ.’
कैबिनेट मीटिंग में ही दिये थे संकेत
शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के इस फैसले का संकेत बुधवार की कैबिनेट मीटिंग में ही मिल गया था. बुधवार की शाम जब कैबिनेट मीटिंग खत्म हुई तो उद्धव ठाकरे ने महाविकास आघाड़ी के मंत्रियों का पिछले ढाई साल में सहयोग करने के लिए आभार जताया. उन्होंने कहा कि आप दोनों (एनसीपी-कांग्रेस) पार्टियों ने मेरा पूरा सहयोग किया, मेरे अपने ही लोगों ने धोखा दिया, जिस वजह से आज यह दिन देखना पड़ा.
फडणवीस ने राज्यपाल से की मुलाकात
शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बगावत से महाराष्ट्र में उत्पन्न राजनीतिक स्थिति के बीच भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार रात को राजभवन में राज्यपाल कोश्यारी से मुलाकात की। फडणवीस ने कोश्यारी से अनुरोध किया कि वह ठाकरे सरकार को विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए कहें। फडणवीस ने दावा किया कि शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन सरकार अल्पमत में प्रतीत हो रही है क्योंकि शिंदे गुट के 39 शिवसेना विधायकों ने कहा है कि वे सरकार का समर्थन नहीं करते हैं।