क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान, नंदनवन में विश्व उत्स्फुर्तता से मनाया गया. कार्यक्रम की शुरुवात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन से हुई. इस महत्वपूर्ण अवसर पर उन्होंने भारत देश के समस्त नागरिकों को आठवे अन्तराष्ट्रीय योग दिवस कि शुभकामनाए देते हुए अपनी अमृत वाणी से संबोधित किया, जिसका आयुष मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कि गई लिंक द्वारा उपस्थित संस्थान के सभी अधिकारी, कर्मचारी तथा रुग्णोंने तन्मयता से ग्रहण किया.
तत्पश्चात डॉ.मनिषा तलेकर, अनुसंधान अधिकारी( आयु.) द्वारा उपस्थितोका स्वागत कर मंत्रालय द्वारा प्राप्त कॉमन योगा प्रोटोकॉल बताते हुए उसकी उपयुक्तता के विषय में संबोधित किया. पूजा सयाम, योगा प्रशिक्षक द्वारा उपस्थितों को निदर्शित प्रोटोकॉल के अनुसार योगा करते हुए, हर आसन का महत्त्व बताते हुए प्रशिक्षण दिया. उन्होंने बहोत ही सरलता से योगा की बारीकीयों के बारे में बताया साथ ही योगा के सामान्य नियमो के बारेमें बताया. |
वैद्या प्रिया अशोकराव ठाकरे, अनुसंधान अधिकारी (आयु) द्वारा संस्थान के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी तथा रुग्णोंको अन्तराष्ट्रीय योगा दिवस की हार्दिक शुभकामनाए देते हुए योगा की महती तथा उसके अर्थ एवं योगा की मूलभुत धारणा के विषय में विस्तार से बताया. उन्होंने बताया की किस तरह से ‘योगश्चित्तावृत्ती निरोध’ इस सूत्र को सार्थ कर सकते है. अंत में उन्होंने उपस्थितों को यम, नियम का पालन करते हुए मानसिक भावों को संतुलित करते हुए दैनंदिन जीवन में योगाभ्यास करने हेतु आवाहन करेट हुए कार्यक्रम समाप्ती की घोषणा की.