वर्ष 2024 के विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में ही लड़े जाएंगे. यह मत भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने व्यक्त किया.
उन्होंने कहा, ‘हर पार्टी को यह लगना स्वाभाविक है कि उसी के दल का नेता मुख्यमंत्री बने. इसलिए पार्टी को ही यह तय करना पड़ता है कि मुख्यमंत्री कौन बने. इसके अलावा बहुमत का भी अपना महत्व होता ही है.
बावनकुले नागपुर में पत्रकारों से बात कर रहे थे. इस मौके पर श्री बावनकुले ने पत्रकारों का ध्यानाकर्षण करते हुए कहा कि अकोला जिले के बार्शीटाकली नगर पंचायत की सभा में छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला स्थापित करने का प्रस्ताव पारित किया गया है. उन्होंने कहा, ‘नगर पंचायत में कुछ नगरसेवकों ने इसका तीव्र विरोध करते हुए मंजूर प्रस्ताव को नामंजूर करने की मांग की है. छत्रपति शिवाजी महाराज इस राज्य के आराध्य देवता हैं. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले शिवाजी महाराज के पुतले का विरोध करने वाले कांग्रेस के नगरसेवकों के खिलाफ कोई कार्रवाई करेंगे?
आप तो मोदीजी का फोटो लगाकर चुनाव जीते हैं
बावनकुले ने कहा कि उद्धव ठाकरे को भाजपा के नेतृत्त्व के बारे में अपशब्द बोलना बंद कर देना चाहिए. उन्होंने अनेक दफा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी व अमितभाई शाह के सामने शरणागति स्वीकार की है. शिवसेना के विधायक मोदीजी का फोटो लगाकर ही चुनाव जीते हैं. युती में रहते हुए वे मोदीजी की तारीफों के पुल बांधते थकते नहीं थे.
कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस की गोद में बैठकर अब वे मोदीजी के संबंध में गलत बातें करते रहते हैं, जो उन्हें नहीं करना चाहिए. अन्यथा गलतियों पर गलतियां होती जाती हैं. बावनकुले ने ठाकरे को महाराष्ट्र की संस्कृति का जतन करने की सलाह दी.
जनाधिकार को अबाधित रखकर निर्णय करना होगा
उद्धव ठाकरे जब मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने ही केंद्र सरकार को पत्र लिखकर रिफायनरी बारसू में ही स्थापित करने की अनुमति देने की मांग की थी. उसी वक्त यदि ठाकरे ने जनसुनवाई करवा ली होती तो वे आज बोलने की स्थिति में होते. मुझे उम्मीद है कि बारसू परियोजना के संबंध में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री व अन्य नेताओं द्वारा जनता के अधिकारों को अबाधित रखते हुए उचित निर्णय लिया जाएगा.