कार्यक्रम की अध्यक्षता चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सारंग कटरोजवार सर और मुक्तिपथ तालुका के आयोजक रूपेश अंबाडे, मेजर कुकुदकर मौजूद थे। डॉ सारंग कत्रोजवार के अनुसार, दर्शकों के लिए स्वास्थ्य हमारा प्राकृतिक उपहार है और वर्तमान समय में इसका ध्यान रखना आवश्यक है। आज के तनावपूर्ण जीवन में आदमी काम के तनाव के कारण अपने स्वास्थ्य की उपेक्षा कर रहा है। उन्होंने कहा कि तंबाकू के सेवन से आज लोग मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर, मानसिक तनाव आदि गंभीर बीमारियों का सामना कर रहे हैं। रूपेश अंबाडे ने दर्शकों को तंबाकू के सेवन के स्वास्थ्य प्रभावों और वर्तमान पीढ़ी के लिए यह कितना खतरनाक है, से अवगत कराया। तंबाकू उत्पादों की बिक्री और खपत को रोकने के लिए हम सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है। तो तंबाकू नहीं जिंदगी को चुने। यदि प्रत्येक नागरिक इस युक्ति को अपनाए तो तम्बाकू के सेवन से बचा जा सकता है। कार्यक्रम की शुरुआत मुलचेरा ग्रामीण अस्पताल के एनसीडी काउंसलर प्रफुल्ल पाल। धन्यवाद पूर्णिमा बरसिंघे, राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम काउंसलर। कार्यक्रम को सफल बनाने में अस्पताल के समस्त स्टाफ का भरपूर योगदान रहा।