नई दिल्ली. क्रिकेट में कुछ टीमों के लिए मैच जीतना बाएं हाथ का खेल होता है। नहीं, हम कोई कहावत नहीं कह रहे हैं बल्कि इस खेल की सच्चाई बता रहे हैं। क्रिकेट में सफल होने वाली किसी भी टीम के लिए बायें हाथ का तेज गेंदबाज बहुत कारगर साबित होता है। भारत अगर पिछले कुछ सालों से अच्छी टीम होने के बावजूद कोई आईसीसी टूर्नामेंट नहीं पाया है तो इसकी एक बड़ी वजह 2012 के बाद से जहीर खान और इरफान पठान जैसे किसी घातक लेफ्ट आर्म पेसर का न मिल पाना है। हालांकि, अब ये सूरत बदल सकती है, क्योंकि इस आईपीएल में हमनें कई ऐसे लेफ्ट आर्म पेसर्स देख लिए हैं जो आने वाले समय में हमारे पेस अटैक का नेतृत्व कर सकते हैं। 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप की विजेता बनी भारतीय टीम के पास इरफान पठान और रुद्र प्रताप सिंह के रूप में दो बेहतरीन लेफ्ट आर्म पेसर थे। इसके बाद 2011 की विश्व विजेता भारतीय टीम में जहीर खान थे। 2015 वर्ल्ड कप में फाइनल में पहुंची दोनों टीमों, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में मिशेल स्टार्क और ट्रेंट बोल्ट जैसे लेफ्ट आर्म पेसर्स थे और दोनों ही संयुक्त रूप से टूर्नामेंट के हाईएस्ट विकेट टेकर्स भी थे। कुछ ऐसे ही समीकरण 2021 के टी-20 वर्ल्ड कप में भी थे। 2017 के चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भी पाकिस्तान के मोहम्मद आमिर ने भारतीय बल्लेबाजों को काफी परेशान किया था। आईपीएल-15 लेफ्ट आर्म पेसर्स तलाशने के लिहाज से भारत के लिए अहम है क्योंकि इस साल ऑस्ट्रेलिया में टी-20 वर्ल्ड कप होना है। आइए नजर डालते हैं उन तेज गेंदबाजों पर जिन्होंने अपने प्रदर्शन से इंडियन टीम में शामिल होने की दावेदारी ठोक दी है।