मुंबई. पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को फिर राहत नहीं मिल पाई है. स्पेशल पीएमएलए कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत 13 मई तक बढ़ाई है. यानी उन्हें अभी और अगले 14 दिनों तक न्यायिक हिरासत में रहना होगा. अनिल देशमुख के अलावा बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे, अनिल देशमुख के निजी सचिव संजीव पालांडे और उनका निजी सहायक कुंदन शिंदे की न्यायिक हिरासत भी बढ़ाई गई है. 100 करोड़ की वसूली मामले और अन्य मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े केस की सीबीआई और ईडी द्वारा जांच के सिलसिले में ईडी ने देशमुख को अरेस्ट किया था. अनिल देशमुख को सीबीआई ने मुंबई के आर्थर रोड जेल से अपनी हिरासत में लिया था. सीबीआई कस्टडी में उनसे पूछताछ पूरी होने के बाद अब उन्हें एक बार फिर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. कस्टडी की मियाद खत्म होने के बाद शुक्रवार को अनिल देशमुख को विशेष कोर्ट में हाजिर किया गया. कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत को 14 दिनों के लिए बढ़ा दिया. देशमुख के अलावा सचिन वाजे, संजीव पालांडे और कुंदन शिंदे को भी 13 मई तक न्यायिक हिरासत में रहना होगा. अनिल देशमुख पर आरोप है कि उन्होंने गृहमंत्री पद पर रहते हुए मुंबई के पुलिस अधिकारियों को रेस्टोरेंट्स और बार से 100 करोड़ की वसूली के लिए लगाया था. यह आरोप मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्रा उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर लगाया था. यह आरोप लगने के बाद अनिल देशमुख को गृहमंत्री पद से इस्तीफा देना पढ़ा था. इसके बाद हाईकोर्ट ने सीबीआई को इस मामले की जांच करने का निर्देश दिया था. इसी जांच के क्रम में मनी लॉन्ड्रिंग के अन्य केस भी खुलते चले गए. मनी लॉन्ड्रिंग के केस की जांच करने के लिए ईडी की एंट्री हुई. इसके बाद अनिल देशमुख के कई ठिकानों पर छापेमारियां की गईं.